2024: अविश्वास स्थापना वर्ष!
यों 2024 की कई पहचान है। बतौर ‘वर्ष पुरूष’ गौतम अडानी हैं। अयोध्या का राम मंदिर है। नरेंद्र मोदी का प्रकट दैवीय अवतार है। मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना है। विपक्ष का आईसीयू से बाहर निकलना है। मगर राष्ट्र राज्य की दीर्घकालीन सेहत के नाते 2024 का अर्थ ‘शंकालु भारत’ है! सन् 2024 ने 140 करोड़ लोगों के जेहन में यह अविश्वास स्थापित किया है कि ‘कुछ न कुछ तो गड़बड़ है’! यह जुमला गुरूवार को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में सुनाई दिया। यह जुमला उस भावना, उस अविश्वास का प्रतीक है जो हरियाणा, महाराष्ट्र और उपचुनाव नतीजों...