Indira Gandhi

  • झूठों की दुनिया में सच को ताबानी दे मौला

    तमाम कोशिशों के गांधी भी बचे हुए हैं, नेहरू भी बचे हुए हैं और इंदिरा भी बची हुई हैं। गांधी तो कालजयी हैं। नेहरू भी अभी पांच सौ साल कहीं नहीं जाने वाले। इंदिरा गांधी को भी अलविदा हुए अभी 41 साल ही हुए हैं। लोग उन्हें भी तीन सौ बरस तो अभी और याद रखेंगे। मगर ये सब जो पिछले 11 साल से मान कर चल रहे हैं कि जब तक सूरज-चांद रहेगा, तब तक इन का नाम रहेगा - संसार तो बहुत दूर की बात है, सत्ता से विदाई के ही एकाध दशक के भीतर-भीतर, व्यक्ति के तौर...

  • पचास साल पहले भय तो अब भयाकुल-भक्तिमय भारत!

    दोष हजार साल की गुलामी का है। हम हिंदुओं की दासता की प्रवृत्तियों का है! हिंदू की सच्चाई ‘हुकूम’ (सत्ता) से न केवल डरना है, बल्कि लाल किले का बादशाह हो या लाल किले की बुर्ज से भाषण देने वाला प्रधानमंत्री सभी की आरती उतारने का स्थायी मनोविकार भी है। तभी तो 11 हजार गोरे अंग्रेजों (अधिकतम संख्या का आंकड़ा) ने दो सौ साल भारत पर राज किया। फिर भी नेहरू-पटेल-श्यामा प्रसाद मुखर्जी की अंतरिम सरकार में अंग्रेजों के तंत्र को उखाड़ फेंकने की रत्ती भर हिम्मत नहीं थी। सभी तब अराजकता और गद्दी को लेकर भयाकुल थे। इंदिरा गांधी...

  • कांग्रेस का इकोसिस्टम इंदिरा के तराने गा रहा

    जैसे ही भारत सरकार की ओर से सीजफायर मान लेने की घोषणा हुई वैसे ही पूरा सोशल मीडिया इंदिरा गांधी के तरानों से भर गया। पिछले छह दिन से सरकार का समर्थन कर रहे कांग्रेस समर्थकों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश की ओर से जारी इंदिरा गांधी की एक पुरानी चिट्ठी वायरल होने लगी। इंदिरा गांधी ने यह चिट्ठी 1971 की लड़ाई के समय अमेरिका के राष्ट्रपति को लिखी थी और उनकी ओर से दिए गए युद्धविराम के प्रस्ताव को खारिज किया था। कांग्रेस इकोसिस्टम के लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर पिछले कुछ दिनों से...

  • कांग्रेस ने इंदिरा गांधी का कार्ड चला

    नई दिल्ली। पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी ठिकानों पर सैन्य कार्रवाई के लिए चल रहे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बीच अचानक सीजफायर के लिए भारत के सहमत होने पर सोशल मीडिया में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। कांग्रेस ने भी इसे मुद्दा बना दिया है। मौजूदा नेतृत्व यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को निशाना बनाने के लिए कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का कार्ड खेला है। सीजफायर के एक दिन बाद रविवार को कांग्रेस ने दिल्ली में अपने मुख्यालय के बाहर 'इंदिरा होना आसान नहीं' का पोस्टर लगाया। इस पोस्टर के साथ ही कांग्रेस ने 1971 के युद्ध में 90...

  • महिला नेताओं के उत्तराधिकारियों की समस्या

    भारत की महिला नेताओं ने जब भी मौका मिला, अपने अपने हिसाब से शासन किया। लेकिन एक समस्या सबके साथ रही। किसी ने अपने जीवनकाल में अपना उत्तराधिकारी तय नहीं किया। इंदिरा गांधी अपवाद हैं, जिन्होंने पहले संजय गांधी और उनके निधन के बाद राजीव गांधी को राजनीति में उतार कर उत्तराधिकार का संकेत दे दिया था। सोनिया गांधी ने भी राहुल को उत्तराधिकारी चुन दिया था। परंतु उसके बाद कम से कोई प्रादेशिक महिला नेता अपना उत्तराधिकारी नहीं तय कर पाई या किया तो उसे हमेशा आजमाते रहे। जैसे जयललिता के लिए माना जाता था कि उनकी सहेली वीके...

  • इंदिरा गांधी ने इतिहास ही नहीं, भूगोल भी बदला: अशोक गहलोत

    जयपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर उन्हें याद किया। उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति में इंदिरा गांधी ही एकमात्र ऐसी नेता थीं, जिन्होंने न महज इतिहास, बल्‍क‍ि भूगोल को भी बदलकर रख दिया। लेकिन, आज कल कुछ लोग राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर उनके गौरवपूर्ण इतिहास पर सवाल उठाते हैं। मैं ऐसे लोगों से कहना चाहता हूं कि यह लोग खुद का तो इतिहास नहीं बना पाए और आज इंदिरा गांधी के इतिहास पर सवाल उठा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा...

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