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  • कांग्रेस ने हेमंत को मुश्किल में डाला

    झारखंड में हेमंत सोरेन को कभी भी अपनी पार्टी की चिंता करने की जरुरत नहीं पड़ती है लेकिन उनको 24 घंटे अपनी सहयोगी कांग्रेस के बारे में सोचते रहना होता है। हेमंत ने पिछले पांच साल कांग्रेस के विधायकों की चौकीदारी की तो पार्टी बची थी। अब फिर से कांग्रेस के 16 विधायक जीत गए हैं तो पार्टी ने पहले मंत्री पद तय करने में बहुत समय लगाया, जिसकी वजह से हेमंत सोरेन को अकेले शपथ लेनी पड़ी। उसके बाद जब कांग्रेस के नाम तय हुए तो कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से इसकी जानकारी देने के लिए हेमंत...

  • कांग्रेस के कारण झारखंड में गतिरोध

    कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कार्य समिति की बैठक में कहा कि प्रदेश के नेता कब तक केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर रहेंगे। उन्होंने यह बात कहते हुए क्या बिल्कुल नहीं सोचा कि झारखंड में किस वजह से गतिरोध है? झारखंड में कांग्रेस की वजह से हेमंत सोरेन को अकेले मुख्यमंत्री पद की शपथ लेनी पड़ी। यह कहा गया कि मंत्रिमंडल का गठन बहुमत साबित करने के बाद होगा। सोचें, गठबंधन ने 56 सीटें जीती हैं, जो बहुमत से 15 ज्यादा है। किसी भी गठबंधन को इससे पहले इतना बड़ा बहुमत नहीं मिला है। फिर भी बहुमत साबित करने के बाद...

  • हेमंत नेता चुने गए, 28 को शपथ लेंगे

    रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायक दल की बैठक में एक बार फिर हेमंत सोरेन को नेता चुन लिया गया है। साथ ही ‘इंडिया’ ब्लॉक की पार्टियों ने भी उनको नेता चुन लिया है। वे 28 नवंबर को तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। चुनाव नतीजों के एक दिन बाद रविवार को ‘इंडिया’ ब्लॉक के नए चुने गए विधायकों की बैठक मुख्यमंत्री आवास में हुई। इसमें हेमंत सोरेन विधायक दल के नेता चुन लिए गए। इसके बाद उन्होंने राजभवन जाकर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया और नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। सरकार बनाने का न्योता मिलने के बाद...

  • लोकसभा चुनाव के बाद क्या बदल गया

    Lok Sabha elections: एक्जिट पोल के अनुमान आने के पहले से यह सवाल उठने लगा था कि आखिर लोकसभा चुनाव के बाद ऐसा क्या बदल गया, जिससे भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन को कड़ी टक्कर दे रही है और झारखंड में भी नजदीकी मुकाबला बना दिया है? एक्जिट पोल के अनुमानों के बाद यह सवाल और प्रासंगिक हो गया है। यह अलग बात है कि एक्जिट पोल के अनुमान भरोसे के लायक नहीं होते हैं और निकट अतीत में ही दो बार उनके अनुमान बुरी तरह से गलत साबित हुए हैं। परंतु इन अनुमानों से अलग भी यह...

  • झारखंड में महिला वोटों की गुत्थी

    झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण में 43 सीटों पर मतदान हो गया है। 13 नवंबर को 15 जिलों की 43 सीटों पर वोट डाले गए। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक कुल 66.65 फीसदी मतदान हुआ, जो पिछली बार के मुकाबले 2.75 फीसदी ज्यादा है। आमतौर पर मतदान बढ़ने को सत्ता विरोधी लहर के तौर पर देखा जाता है। तभी भाजपा के नेता उत्साहित हैं। उनको लग रहा है कि लोगों ने हेमंत सोरेन की सरकार को हराने के लिए मतदान किया है। लेकिन क्या सचमुच ऐसा है? मतदान के तीन दिन के बाद चुनाव आयोग ने जब...

  • भाजपा के दिखाए रास्ते पर जेएमएम, कांग्रेस

    झारखंड में भारतीय जनता पार्टी नेता जेएमएम और कांग्रेस की शिकायत चुनाव आयोग से कर रहे हैं। आमतौर पर विपक्षी पार्टियां भाजपा की शिकायत चुनाव आयोग से करती हैं, जिस पर ज्यादातर मामलों में कोई सुनवाई नहीं होती है। लेकिन झारखंड में भाजपा शिकायत कर रही है। इसका कारण यह है कि जेएमएम और कांग्रेस की राज्य सरकार ने कुछ दांवपेंच भाजपा से सीख लिए हैं। अब जेएमएम और कांग्रेस के नेता भी मतदान के दिन बगल के क्षेत्र में रैलियां करते हैं और मतदान को प्रभावित करने वाले सरकारी या गैर सरकारी फैसलों का ऐलान करते हैं। नकद पैसा...

  • कांग्रेस, जेएमएम में भी सीट बंटवारा फाइनल

    रांची। झारखंड में सत्तारूढ़ जेएमएम, कांग्रेस और राजद गठबंधन ने भी सीटों का बंटवारा फाइनल कर लिया है। शनिवार को जेएमएम और कांग्रेस की ओर से साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गठबंधन का ऐलान किया गया। हालांकि इस घोषणा के बाद लालू प्रसाद की पार्टी राजद ने नाराजगी जताई और कहा कि उसको भरोसे में नहीं लिया गया। राजद ने कहा कि दोनों पार्टियों ने एकतरफा घोषणा की है। हालांकि जेएमएम और कांग्रेस ने राजद और वामपंथी पार्टियों के लिए भी सीटें छोड़ी हैं। बहरहाल, शनिवार को जेएमएम नेता और राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम...

  • झारखंड में भाजपा भावना के भरोसे

    भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में तमाम अनुमानों के उलट कांग्रेस को हरा दिया। लेकिन जम्मू कश्मीर में वह नेशनल कॉन्फ्रेंस को नहीं हरा पाई। हालांकि वहां भी जम्मू क्षेत्र में, जहां कांग्रेस ज्यादा सीटों पर लड़ रही थी वहां कांग्रेस को हरा दिया। इससे मोटे तौर पर इस निष्कर्ष की पुष्टि होती है कि भाजपा, जहां कांग्रेस को बड़ी सहजता से हरा देती है वहीं प्रादेशिक पार्टियों के साथ उसका मुकाबला हमेशा कांटे का बन जाता है। तभी यह सवाल है कि क्या वह झारखंड में हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा को हरा पाएगी? पिछले चुनाव में...

  • योगी और हिमंता क्या कहानी बना पाएंगे?

    भाजपा में नए चेहरे उभर रहे हैं। वाजपेयी और आडवाणी के बाद मोदी और शाह की जोड़ी आई और अब योगी आदित्यनाथ और हिमंता बिस्व सरमा के आने की चर्चा है। क्या ये दोनों मुख्यमंत्री भविष्य की कोई कहानी लिख सकते हैं? लोगों ने उम्मीद पाली है। खास कर भाजपा के इको सिस्टम से जुड़े लोग और कट्टरपंथी हिंदू राजनीति पसंद करने वाली जनता का एक बड़ा वर्ग भी इनसे उम्मीद कर रहा है। लेकिन यह उम्मीद वैसी ही है, जैसी नरेंद्र मोदी से पाली गई थी। मोदी 2001 में जब गुजरात के मुख्यमंत्री बन कर गए थे और अगले...

  • झारखंड में आसान नहीं सीट बंटवारा

    झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार, तीन अगस्त को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की। वे नई दिल्ली के गोल मार्केट में बने नए झारखंड भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली में थे। उस कार्यक्रम में जेएमएम, कांग्रेस और राजद तीनों के नेताओं की मौजूदगी थी, जिससे यह संदेश गया कि गठबंधन के अंदर कोई समस्या नहीं है। परंतु तीनों पार्टियों के नेता मान रहे हैं कि सैद्धांतिक रूप से साथ होने के बावजूद सीट बंटवारे में समस्या आएगी। इसका कारण यह है कि सरकार...

  • चम्पई सोरेन भाजपा में शामिल हुए

    रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन आखिरकार भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। दो दिन पहले बुधवार को उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा से इस्तीफा दिया था और साथ ही मंत्री पद और विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया था। शुक्रवार, 30 अगस्त को रांची के धुर्वा स्थित शहीद मैदान में एक कार्यक्रम में भाजपा के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और सह प्रभारी हिमंत बिस्व सरमा ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलवाई। इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चम्पई सोरेन के आने से भाजपा मजबूत होगी। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए...

  • भाजपा ने चम्पई का एडवांटेज गंवा दिया

    भारतीय जनता पार्टी में छोटे बड़े कई चाणक्य हैं। तभी अगर उन्होंने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन को पार्टी में शामिल कराने का फैसला किया है तो कुछ सोच कर ही किया होगा। लेकिन राज्य की राजनीतिक स्थिति को देख कर ऐसा लग रहा है कि चम्पई सोरेन के जो रणनीतिक बढ़त भाजपा हासिल कर सकती वह उसने गंवा दिया है। पहले कहा जा रहा था कि चम्पई अलग पार्टी बना कर चुनाव लड़ेंगे। पिछली बार तीन दिन दिल्ली में रह कर जब वे लौटे थे तब उन्होंने भी कहा था कि वे अपना संगठन बना कर राजनीति करेंगे।...

  • चम्पई का इस्तीफा, कल शामिल होंगे भाजपा में

    रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे। उससे पहले बुधवार को दिल्ली से रांची लौटे और झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। बताया जा रहा है कि उन्होंने हेमंत सोरेन की सरकार से भी इस्तीफा दे दिया है। रांची लौटते ही उन्होंने पत्रकारों से बात की और कहा कि वे शुक्रवार यानी 30 अगस्त को विधिवत रूप से भाजपा में शामिल हो जाएंगे। रांची में अपने आवास पर पहुंचने के बाद सबसे पहले अपना इस्तीफा भेजा। बताया जा रह है कि उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा की सदस्यता और...

  • चंपई सोरेन भाजपा में मिलेंगे?

    नई दिल्ली। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा है कि उनका मुख्यमंत्री रहते अपमान हुआ और अब मेरे लिए सभी विकल्प खुले हुए हैं। सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट लिख बताया है कि झारखंड का मुख्यमंत्री रहते हुए उनका अपमान किया गया। उन्होंने कहा, “झारखंड का बच्चा- बच्चा जनता है कि अपने कार्यकाल के दौरान, मैंने कभी भी, किसी के साथ ना गलत किया, ना होने दिया। इसी बीच, हूल दिवस के अगले दिन, मुझे पता चला कि अगले दो दिनों के मेरे सभी कार्यक्रमों को पार्टी नेतृत्व...

  • झारखंड में चुनाव में क्यों देरी?

    झारखंड में भी भाजपा थोड़ा समय चाहती थी। इसका कारण यह है कि पिछले कुछ दिनों में भाजपा को ऐसी फीडबैक मिली है कि राज्य में उसकी स्थिति सुधर रही है और झारखंड मुक्ति मोर्चा की जो स्थिति पहले थी वह कमजोर हो रही है। भाजपा में माना जा रहा है कि जेल से छूटते ही हेमंत सोरेन ने जिस तरह से चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद से हटाया और खुद मुख्यमंत्री बने गए उससे एक खास इलाके के आदिवासियों में नाराजगी है। दूसरे, उनके जेल में रहने से उनके प्रति जो सहानुभूति का भाव था वह कम हुआ है।...

  • झारखंड में चुनाव की तैयारी शुरू

    झारखंड में विधानसभा का चुनाव पिछली बार दिसंबर में हुआ था। चुनाव के नतीजे 23 दिसंबर 2019 को आए थे और 28 दिसंबर को नई सरकार का गठन हुआ था। राज्य की विधानसभा का कार्यकाल पांच जनवरी तक है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि इस बार चुनाव आयोग दिसंबर की बजाय पहले ही चुनाव कराना चाहता है। ध्यान रहे पहले तीन राज्यों के चुनाव होने वाले हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक 30 सितंबर तक जम्मू कश्मीर का चुनाव पूरा कराना है। उसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल पांच नवंबर तक है तो वहां भी अक्टूबर के अंत...

  • हेमंत सोरेन फिर बने सीएम

    रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन ने एक बार फिर झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। वे तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को दिन में राज्य के 13वें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। हेमंत सोरेन 31 जनवरी को इस्तीफा देने के बाद राजभवन में ही गिरफ्तार हुए थे और अब जमानत पर जेल से छूटने के छठे दिन उन्होंने फिर राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके इस्तीफे के बाद सीएम बने चम्पई सोरेन ने बुधवार को इस्तीफा दिया था। बहरहाल, गुरुवार को हेमंत सोरेन ने अकेले शपथ ली। जल्दी...

  • हेमंत सोरेन चुनाव तक सीएम नहीं बनेंगे

    झारखंड की राजनीति दिलचस्प हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन जेल से रिहा हो गए हैं। झारखंड हाई कोर्ट ने जमीन से जुड़े धन शोधन के मामले में उनको जमानत दे दी है। उनके जेल से बाहर आते ही इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि वे मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं। उनको जमानत मिलने से भाजपा को उम्मीद बनी है कि पार्टी के अंदर खींचतान शुरू होगी। ऐसा होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। अगर हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बनना चाहते तो निश्चित रूप से विवाद होता और...

  • झारखंड में भी आसानी नहीं !

    झारखंड में चुनाव नतीजों से प्रदेश भाजपा के सारे नेता हिले हुए हैं। उनको लग रहा था कि नरेंद्र मोदी की लहर में सारी सीटें जीत रहे हैं तो एक गिरिडीह सीट हार भी जाएंगे तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इसका उलटा हो गया गिरिडीह सीट तो गिरते पड़ते आजसू जीत गई लेकिन भाजपा पांच सीटों पर हार गई। उसे तीन सीटों का नुकसान हुआ। विधानसभा चुनाव के लिए यह खतरे की घंटी है।  झारखंड में भाजपा ने इस बार लोकसभा चुनाव में भी अपनी सहयोगी आजसू को एक लोकसभा सीट दी। गिरिडीह सीट पर पिछली बार चुनाव जीते चंद्रप्रकाश...

  • झारखंड में भाजपा का आदिवासी नेतृत्व फेल

    भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड में पहले गैर आदिवासी मुख्यमंत्री का प्रयोग किया था। 2014 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उसने रघुवर दास को मुख्यमंत्री बनाया था। यह प्रयोग काफी हद तक सफल रहा था। हालांकि 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा हार गई और खुद रघुवर दास भी हार गए। लेकिन उसे 25 सीटें मिली थीं और सबने माना था कि कुछ सीटों पर टिकट का फैसला गलत हुआ और आजसू के साथ तालमेल नहीं करना भाजपा को भारी पड़ गया। तभी भाजपा ने अपने प्रयोग की दिशा बदल दी। 2019 की हार के बाद पार्टी ने बाबूलाल...

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