दिल्ली में सावरकर, लद्दाख में शिवाजी
भारत में कम ही महापुरुष हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण हैं और जिनकी पूरे देश में प्रतिमाएं लगती हैं या जिनके नाम पर सड़कें, कॉलेज, अस्पताल आदि बनते हैं। अन्यथा ज्यादा महापुरुष अपने अपने राज्यों तक सीमित हैं। मिसाल के तौर पर छत्रपति शिवाजी की बहुत प्रतिष्ठा है लेकिन महाराष्ट्र जैसी पूजा और कहीं नहीं होती है। उसके बाद राजधानी दिल्ली में उनके नाम पर बस टर्मिनस, मेट्रे स्टेशन या कॉलेज बने हैं। ऐसे ही विनायक दामोदर सावरकर के नाम पर तो महाराष्ट्र के बाहर संभवतः कुछ भी नहीं है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि भारतीय जनता पार्टी...