Loksabha Eelction 2024

  • कांग्रेस यूपी में 20 सीट मांग रही है

    राष्ट्रीय लोकदल के विपक्षी गठबंधन से बाहर होने के बाद कांग्रेस पार्टी की मोलभाव करने की क्षमता बढ़ गई है। अब समाजवादी पार्टी अकेले है। उसके सारे गठबंधन सहयोगी साथ छोड़ कर जा चुके। पिछले लोकसभा में साथ रही बसपा तो तुरंत ही अलग हो गई थी। पिछले साल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर अलग हुए और भाजपा के साथ चले गए। संजय निषाद की निषाद पार्टी पहले ही साथ छोड़ चुकी थी। और अब जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल भी अलग हो गई है। सो, ले-देकर समाजवादी पार्टी के पास बस कांग्रेस पार्टी  बची है, जिसके...

  • रायबरेली से कौन होगा उम्मीदवार?

    अब यह तय हो गया कि सोनिया गांधी चुनाव नहीं लड़ेंगी। राजस्थान से राज्यसभा जाने का मतलब साफ है कि उनको चुनाव नहीं लड़ना है। इसके साथ ही यह भी लगभग साफ हो गया कि उनकी रायबरेली सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव लड़ सकती हैं। कांग्रेस के जानकार नेता पिछले कुछ दिनों से इसकी संभावना जता रहे थे। ध्यान रहे सोनिया गांधी पहले अमेठी सीट से जीती थीं। लेकिन 2004 में जब राहुल गांधी सक्रिय राजनीति में आए तो उन्होंने उनके लिए अमेठी सीट खाली कर दी थी। तब से वे रायबरेली से जीत रही थीं। पिछली बार राहुल...

  • गठबंधन मिटाएं विरोधाभास नहीं तो…

    विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की अभी सबसे बड़ी कमजोरी क्या है? इसका जवाब है- रणनीतिक विरोधाभास। ध्यान रहे गठबंधन की ज्यादातर पार्टियों में कोई वैचारिक विरोधाभास नहीं है। अगर एक उद्धव ठाकरे गुट के शिव सेना को छोड़ दें तो लगभग सभी पार्टियां अपनी स्थापना के समय से धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी राजनीति करने वाली रही हैं। सो, वैचारिक टकराव नहीं है। लेकिन रणनीतिक विरोधाभास इतना बड़ा है कि गठबंधन में एकजुटता नहीं दिख रही है। पार्टियों के साथ होने के बावजूद साथ होने का मैसेज नहीं बन रहा है। ऐसा लग रहा है कि सभी पार्टियां अपनी अपनी ओर गठबंधन को...

  • सपा ने कांग्रेस को 11 सीटें दीं

    लखनऊ। एक के बाद एक राज्यों में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में हो रही टूट की घटनाओं के बीच उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुद ट्विट करके बताया है कि कांग्रेस 11 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इससे पहले समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के बीच सीटों का बंटवारा हो गया था और सपा ने रालोद के लिए सात सीटें छोड़ी थीं। इस तरह सपा ने दो सहयोगियों के लिए राज्य की 80 में से 18 सीटें छोड़ दी हैं। उत्तर प्रदेश के...

  • सात राज्यों में विपक्ष में क्यों दम?

    देश के सात राज्य ऐसे हैं, जहां भाजपा और विपक्षी गठबंधन के बीच जोरदार जोर-आजमाइश होगी। इन सात राज्यों- महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, पंजाब, बिहार, झारखंड, कर्नाटक और तेलंगाना की खास बात यह है कि वहां विपक्षी पार्टियों के पास नेता हैं, रणनीति है और एजेंडा भी है। दूसरी तरफ भाजपा के सामने नई सीट जीतने से ज्यादा चुनौती जीती हुई सीटों को बचाने की है। महाराष्ट्र में भाजपा पिछले चुनाव में 25 सीट लड़ कर 23 इसलिए जीत गई थी क्योंकि शिव सेना उसके साथ थी। बिहार में 17 सीटों पर लड़ कर वह 17 सीट जीत गई थी क्योंकि...