उम्मीदवारों की कमाई की जांच होगी
यह बहुत दिलचस्प बात है कि सरकार की नजर उम्मीदवारों के हलफनामे पर है। आमतौर पर विधानसभा या लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार अपने नामांकन के साथ जो हलफनामा दाखिल करते हैं उसके आधार पर मीडिया में उसकी व्याख्या होती है। किसके ऊपर कितने मुकदमे हैं या किसके पास कितनी संपत्ति है या किसने कहां तक पढ़ाई की है, पांच साल में किसकी उम्र कितनी बढ़ी जैसे मुद्दों में लोगों की दिलचस्पी होती है। एडीआर नाम की संस्था बहुत व्यवस्थित तरीके से इसका अध्ययन करती है। इतना ही नहीं हर उम्मीदवार का पूरा ब्योरा तीन बार अखबारों में छपता है ताकि...