Mahagatbandhan

  • सवाल अब विपक्ष की मूर्खताओं पर है!

    कितना हैरानी भरा है यह! आप चाहें तो सिर पकड़ लें, मन टूटता महसूस करें, चिंता में घुल जाएँ, पर सच दो टूक, अडिग खड़ा है। फिर साबित हुआ है कि लोकसभा चुनाव में झटके के बाद राज्यों में भाजपा का लगातार जीतते जाना केवल संगठन की वजह से नहीं बल्कि प्रबंधकीय  कौशल से है। और इसके लिए भाजपा को नहीं बल्कि  नरेंद्र मोदी व अमित शाह को ही श्रेय देना होगा। यह जोड़ी अबाध है। महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली और अब बिहार—हर जगह ऐसी सहजता के साथ विजय पाई है कि विपक्ष फिलहाल को प्रासंगिकता के लिए भी हांफता हुआ...

  • महागठबंधन पर मोदी का तंज

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को 24 अक्टूबर को बिहार में पहली चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। चुनाव की घोषणा के बाद वे पहली बार बिहार जा रहे हैं। उससे पहले गुरुवार को उन्होंने वर्चुअल तरीके से भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद किया। इसमें उन्होंने विपक्ष के महागठबंधन पर तंज किया और इसे लठबंधन करार दिया। प्रधानमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें बिहार में जंगल राज लौटने से रोकना है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण और उनके लिए शुरू की गई योजनाओं के बारे में भी बताया। मोदी ने कहा, ‘हमें बिहार में जंगलराज आने से रोकना है। ये गठबंधन...

  • महागठबंधन एकजुट होकर जाएगा चुनाव में!

    गुरुवार, 23 अक्टूबर को बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण के मतदान के लिए नाम वापसी की आखिरी तारीख है। शाम तीन बजे तक स्पष्ट हो जाएगा कि कितनी सीटों पर महागठबंधन की पार्टियां ‘डैमेज कंट्रोल’ कर पाती हैं और कितनी सीटों पर ‘फ्रेंडली फाइट’ होती है। यह तय होने के बाद खबर है कि महागठबंधन की सभी पार्टियों की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। इसका इंतजार दो हफ्ते से ज्यादा समय से हो रहा है। छह अक्टूबर को चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा की तारीखों का ऐलान किया और उसके बाद से इंतजार हो रहा है कि कब...

  • महा-गठबंधन की मुश्किलें

    गठबंधन की मुश्किलें अलग-अलग स्तरों पर हैं। पहला स्तर तो लालू यादव का परिवार है, जिसमें टूट-फूट की चर्चाओं और दुरभिसंधि की अटकलों से भ्रम लगातार गहराता गया है। फिर घटक दलों में अपनी ताकत को लेकर बैठा हुआ भ्रम है। बिहार में महा-गठबंधन उद्देश्य की एकता का संदेश देने में विफल रहा है। इसके बदले उसकी छवि सत्ता संघर्ष में जुटे नेताओँ और गुटों के समूह की बनी है। गठबंधन की मुश्किलें अलग-अलग स्तरों पर हैं। पहला स्तर तो लालू प्रसाद यादव का परिवार है, जिसमें टूट-फूट की चर्चाओं और दुरभिसंधि की अटकलों से भ्रम लगातार गहराता गया है।...

  • महागठबंधन में नहीं हुआ सीट बंटवारा

    पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की 121 सीटों पर नामांकन का आखिरी दिन शुक्रवार, 17 अक्टूबर है लेकिन गुरुवार की रात तक विपक्षी महागठबंधन में सीट बंटवारा तय नहीं हुआ। सभी पार्टियां अपने अपने उम्मीदवारों को सिंबल जारी करती रहीं लेकिन यह तय नहीं हुआ कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर लड़ेगी। महागठबंधन के सहयोगी मुकेश सहनी गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके गठबंधन छोड़ने का ऐलान करने वाले थे लेकिन तीन बार उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस टली। पहले 12 बजे कॉन्फ्रेंस होनी थी, जिसे चार बजे और फिर छह बजे के लिए टाला गया और उसके बाद...

  • महागठबंधन की घोषणा आज होगी

    नई दिल्ली। बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए के घटक दलों में सीट बंटवारे की घोषणा के बाद अब सबकी नजर महागठबंधन पर है। महागठबंधन के सारे नेता भी दिल्ली पहुंच गए हैं। कांग्रेस के राहुल गांधी के विदेश से लौटने के बाद कहा जा रहा था कि अब फैसला दिल्ली से होगा। इसके बाद लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव भी शनिवार की शाम को दिल्ली पहुंचे। सोमवार को रेलवे से जुड़े एक मामले में इन तीनों के ऊपर आरोप तय करने के मामले में फैसला आना है, जिसके लिए तीनों को कोर्ट में हाजिर रहने को कहा गया है।...

  • ओवैसी की भीड़ से महागठबंधन की चिंता

    ऑल इंडिया एमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने सीमांचल न्याय यात्रा शुरू कर दी है। इससे पहले उन्होंने मीडिया से बात की और कहा कि उन्होंने अपनी तरफ से सारी कोशिश कर ली कि सेकुलर वोट नहीं बंटे लेकिन महागठबंधन के नेताओं ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया। गौरतलब है कि ओवैसी की पार्टी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद और कांग्रेस आलाकमान से कई बार कहा कि एमआईएम को गठबंधन में शामिल कर लिया जाए। इससे भाजपा विरोधी वोटों का बंटवारा नहीं होगा। ओवैसी ने कहा कि उनके ऊपर भाजपा की बी टीम होने का आरोप लगाया जाता है...

  • महागठबंधन में क्या होगा सीटों का फॉर्मूला

    बिहार में विपक्षी पार्टियों के महागठबंधन में महाखटपट चल रही है। सारी पार्टियां अपनी अपनी ताकत दिखाने में लगी हैं। कोई सीटों की अपनी मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि एक व्यावहारिक फॉर्मूला निकल रहा है, जिसके आधार पर सीट बंटवारा हो जाएगा। कहा जा रहा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा की मोतिहारी रैली के बाद यानी 26 सितंबर के बाद किसी दिन सभी पार्टियां सीट बंटवारे पर मुहर लगाएंगी। जानकार सूत्रों का कहना है कि महागठबंधन में शामिल सभी पार्टियां अपनी पहले वाली मांग से पीछे हट रही हैं। राजद भी...

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