नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को 24 अक्टूबर को बिहार में पहली चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। चुनाव की घोषणा के बाद वे पहली बार बिहार जा रहे हैं। उससे पहले गुरुवार को उन्होंने वर्चुअल तरीके से भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद किया। इसमें उन्होंने विपक्ष के महागठबंधन पर तंज किया और इसे लठबंधन करार दिया। प्रधानमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें बिहार में जंगल राज लौटने से रोकना है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण और उनके लिए शुरू की गई योजनाओं के बारे में भी बताया।
मोदी ने कहा, ‘हमें बिहार में जंगलराज आने से रोकना है। ये गठबंधन नहीं है लोग इसे लठबंधन कहते हैं। वोटर लिस्ट लेकर घर घर जाइए। लोगों से मिलिए और उन्हें मतदान के लिए प्रेरित कीजिए’। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह सारी ताकत 140 करोड़ देशवासियों की है और ये सारी ताकत मतदाता के एक वोट की है। उसी वोट ने आज ऐसी स्थिति पैदा की है कि राम मंदिर बन गया है, ऑपरेशन सिंदूर भी चलाया गया है और देश नक्सलवाद से मुक्ति की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। तो ये है वोट की ताकत’।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, ‘जंगलराज को हटाकर, आज बिहार की जनता किसी भी हालत में जंगलराज को वापस नहीं आने देना चाहती, तो ये है बिहार के जागरूक नागरिकों की शक्ति। जब स्थिरता होती है, तो विकास तेज होता है। यही बिहार की एनडीए सरकार की ताकत है और इसीलिए बिहार का हर युवा उत्साह से कह रहा है, रफ्तार पकड़ चुका बिहार, फिर से एनडीए सरकार’। उन्होंने राजद पर तंज करते हुए कहा कि उजाले में चोर को चोरी करने में परेशानी होती है। वो लालटेन लेकर चुपके से चोरी करने पहुंचा जाता है, इसलिए बिहार को बचाना बहुत जरूरी है।


