Mahakumbh 2025

  • हिंदुओं ने सभी को हरा दिया!

    जो आस्थावान हैं वे परमहंस अवस्था में हैं। उन्हें मुक्ति मिली। मोक्ष के साथ स्वर्गलोक में स्थान पक्का! जीवन तथा जन्म धन्य। ऐसे कोई 66 करोड़ हिंदुओं ने मौका नहीं चुका है। इन्होंने कुंभ में डुबकी लगाई और पापों को पुण्य में बदला। जन्म-जन्मांतर से मुक्ति हुई। स्वर्ग (ब्रह्म में लीन) सुख की गारंटी पाई। दूसरी तरफ वे संसारजीवी हिंदू हैं, जो हैरानी से मन ही मन मान रहे हैं कि मार्केटिंग के रणनीतिकारों की कोई न कोई टोली, कोई थिंक टैंक है, जिसकी प्लानिंग से योगी और मोदी हिंदुओं में आस्था की सुनामी बनाते हुए हैं! बकौल प्रधानमंत्री मोदी...

  • महाकुंभ में पाप तो धुले लेकिन अब संगम का पानी स्नान लायक नहीं, CPCB ने खोली पोल

    mahakumbh 2025 :  प्रयागराज महाकुंभ में इस बार करोड़ों श्रद्धालु गंगा और यमुना के संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 54 करोड़ से अधिक श्रद्धालु इस महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास से ओत-प्रोत इस आयोजन में देश-विदेश से भी लोग शामिल हो रहे हैं। लेकिन इस बीच एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जो गंगा और यमुना के जल की गुणवत्ता को लेकर चिंता बढ़ा रही है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) ने हाल ही में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) में एक विस्तृत रिपोर्ट दाखिल की...

  • अमृत कुंभ की विकट खोज

    mahakumbh 2025 :‘अमृता कुंभेर संधाने’ फ़िल्म में हादसे के बाद अपने किसी परिजन को खो चुके पात्र पूछते दिखते हैं कि हम उसके बगैर कैसे लौटें? हादसों का साम्य देखिए कि 2013 वाली इलाहाबाद रेलवे स्टेशन की भगदड़ के बाद भी कुछ लोग अधिकारियों से यही सवाल कर रहे थे। और इस बार, यानी मौजूदा महाकुंभ की मौनी अमावस्या पर 29 जनवरी को तड़के जो भगदड़ हुई उसके बाद आए कई वीडियो में भी कई महिलाएं पूछती दिखीं कि अब हम कैसे लौटेंगे? यानी कुंभ चाहे 1954 का हो, 2013 का हो या 2025 का, हर बार वही सवाल उठा...

  • दो करोड़ लोगों का अमृत स्नान

    महाकुंभनगर। प्रयागराज महाकुंभ के तीसरे अमृत स्नान बसंत पंचमी पर श्रद्धालु ने संगम पर शाम चार बजे तक करीब दो करोड़ लोगों के डुबकी लगाने की सरकार ने सूचना दी। मेला प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं के स्नान के दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं को बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए रविवार को ‘एक्स’ पर लिखा, “महाकुंभ में मां गंगा, यमुना और सरस्वती की दिव्य धाराओं में पवित्र अमृत स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक बधाई।” सूचना निदेशक शिशिर ने बताया कि योगी लखनऊ में...

  • चप्पलों का समाजशास्त्र

    mahakumbh stampede: महाकुंभ में मौनी अमावस्या की रात जो हादसा हुआ उसने आयोजकों की हिप्पोक्रेसी और हिंदू धर्म के एक बड़े मठ के महंत व राज्य के मुख्यमंत्री व उनके प्रशासन की असंवेदनशीलता ही जाहिर नहीं की, बल्कि भारतीय समाज की एक दूसरी वास्तविकता को भी बतलाया है। अंदाजा तो सबको था कि महाकुंभ में किस आर्थिक या सामाजिक पृष्ठभूमि के लोग पहुंच रहे हैं लेकिन भगदड़ की जगह पर जिस मात्रा में चप्पलें प्राप्त हुईं या जिस किस्म के कपड़े, लत्ते या झोले का कूड़ा इकठ्ठा हुआ उनसे इस सत्य की पुष्टि है कि अंततः गरीब, वंचित लोग ही...

  • महाकुंभ का मुख्य विमर्श क्या रहा?

    Mahakumbh 2025: 13 जनवरी को महाकुंभ की शुरुआत किस विमर्श के साथ हुई? एक तो सरकारी विमर्श था, जिसमें पहले घंटे से बताया जाने लगा कितने लाख या कितने करोड़ लोगों ने डुबकी लगा ली। 13 जनवरी की सुबह छह बजे सभी चैनल दिखा रहे थे कि एक करोड़ लोग डुबकी लगा चुके है। उसके बाद अभी तक ऐसा लग रहा है, जैसे सब कुछ तय करके रखा गया है कि कब, कितने लोगों के डुबकी लगाने की खबर दिखानी है। यह तो सरकारी विमर्श है। इसी विमर्श के हवाले देश के चैनल और अखबार मौनी अमावस्या के हादसे के...

  • Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में भगदड़ पर अखिलेश ने सीएम योगी को घेरते हुए की ये खास अपील

    Mahakumbh Stampede: महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर मंगलवार की रात मची भगदड़ में कई श्रद्धालुओं के हताहत होने की खबर है। वहीं कई श्रद्धालु घायल भी हुए हैं, जिनका कैंप में बने हाॅस्पिटलों में इलाज चल रहा है। इस बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सवाल उठाए हैं। सपा प्रमुख ने योगी सरकार को घेरते हुए कई बड़ी अपील की है। उन्होंने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा- महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है। श्रद्धांजलि! अखिलेश यादव ने की सरकार से ये अपील तत्काल चिकित्सा सहायता: गंभीर...

  • Mahakumbh 2025: काम की खबर! महाकुंभ में भगदड़ के बाद ये ट्रनें कैंसिल या…

    mahakumbh stampede: प्रयागराज महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर भारी भीड़ के कारण हुई भगदड़ के बाद भारतीय रेलवे ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए स्पेशल ट्रेनों के शेड्यूल में बड़ा बदलाव किया है। यदि आप भी महाकुंभ क्षेत्र में फंसे हुए हैं या प्रयागराज से बाहर जाने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। भगदड़ की स्थिति के बावजूद रेलवे ने किसी भी ट्रेन को रद्द नहीं किया है, लेकिन यात्रियों की सुविधा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं।(mahakumbh stampede) रेलवे ने...

  • प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ मचने से 24 से ज्यादा लोगों की मौत,अमृत स्नान रद्द…

    mahakumbh 2025: तीर्थनगरी प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन किया है। यह महाकुंभ 144 वर्षों बाद आया है। आज 29 जनवरी 2025 का महाकुंभ और श्रद्धालुओं के लिए बहुत ही विशेष है। आज 29 जनवरी को मौनी अमावस्या है और आज ही महाकुंभ में दूसरा शाही स्नान होना था लेकिन ईश्वर को कुछ और मंजूर था। प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की मध्य रात्रि श्रद्धालु उत्साह से संगम की ओर दूसे शाही स्नान करने के लिए जा रहे थे। लेकिन इतने में ही श्रद्धालुओं में भगदड़ मचने लगी। also read: महाकुंभ में भगदड़, कई घायल ! प्रयागराज के संगम तट...

  • महाकुंभ में सनातन बोर्ड बनाने की मांग

    प्रयागराज। महाकुंभ में सोमवार को धर्म संसद हुई, जिसमें साधु, संतों और धर्माचार्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सनातन बोर्ड बनाने की मांग की। हालांकि चारों शंकराचार्य और 13 अखाड़े इसमें शामिल नहीं हुए। धर्म संसद में साधु, संतों और कथावाचकों ने प्रधानमंत्री से धर्मस्थल कानून समाप्त करने की भी मांग की। धर्म संसद में एक नया नारा गढ़ा गया और कहा गया, ‘संभल, मथुरा, विश्वनाथ, तीनों लेंगे एक साथ’। अयोध्या से आए वल्लभदास महाराज ने कहा, ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर हर जगह बनाएंगे’। धर्म संसद में करीब पांच हजार साधु, संत और अन्य लोग मौजूद थे। जगद्गुरु श्रीजी महाराज,...

  • Mahakumbh 2025: इतिहास, रहस्य और परंपरा की अद्भुत गाथा, 144 साल बाद आया यह सुअवसर

    Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ 2025 एक ऐतिहासिक और भव्य धार्मिक आयोजन है, जो पूरी दुनिया में भारत की आस्था और संस्कृति का प्रतीक बन चुका है। यह सुअवसर 144 साल बाद आया है और 4000 हेक्टेयर भूमि पर फैले इस महाकुंभ में इस बार 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। 6 हजार 382 करोड़ रुपये के अनुमानित बजट और विशाल जल प्रबंधन योजना के साथ, यह मेला न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। आइए, इस लेख में हम कुंभ मेले के इतिहास, रहस्य और...

  • Mahakumbh 2025: मकर संक्रांति पर 2.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

    Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में दूसरे स्नान पर्व मकर संक्रांति के मौके पर मंगलवार को 2.50 करोड़ से अधिक लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है। इस मौके पर सभी 13 अखाड़ों से जुड़े साधु संतों ने अमृत स्नान किया। मेला प्रशासन ने सुबह तीन बजे से शाम को तीन बजे तक संगम में डुबकी लगाने वालों का आंकड़ा जारी किया है। इसमें दावा किया है कि इतने समय में करीब 2.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई है। वहीं देर शाम तक और 50 लाख श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है। हेलीकॉप्टर से सभी...

  • क्या महिला नागा साधु भी पुरूषों की तरह रहती है बिना वस्त्रों के, जानें नियम…

    mahakumbh 2025:  आज से प्रयागराज में महाकुंभ का भव्य आयोजन शुरू हो गया है, जहां पहले 'अमृत स्नान' के लिए लाखों श्रद्धालु उमड़े हैं। इस अवसर पर नग्न साधुओं, नागा साधुओं की भी भारी भीड़ देखी जा रही है, जो अपने विशेष रूप और ध्यान की अवस्था में महाकुंभ के धार्मिक अनुष्ठानों में भाग ले रहे हैं। नागा साधु भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं, और उन्हें अपने आध्यात्मिक जीवन के उच्चतम स्तर पर माना जाता है। लेकिन आज हम आपको महिला नागा साधुओं के बारे में कुछ ऐसे रोचक तथ्य बताएंगे, जिन्हें शायद आपने पहले कभी नहीं...

  • कड़ाके की ठंड के बीच शुरू हुआ महाकुंभ, लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

    Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के बीच सोमवार से महाकुंभ का शुभारंभ हो गया। संगम के किनारे हर 12 साल में आयोजित होने वाला यह महापर्व गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर लाखों श्रद्धालुओं को आस्था की डुबकी लगाने के लिए आकर्षित करता है। पौष पूर्णिमा के अवसर पर पहले पवित्र स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु जुटे और आस्था की डुबकी लगाई। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के शुभारंभ और प्रथम स्नान पर बधाई देते हुए सभी श्रद्धालुओं का स्वागत किया। महाकुंभ को लेकर कई वीडियो सामने आए,...

  • Mahakumbh 2025: इस दिन से शुरू होगा महाकुंभ का मेला, जानें स्नान की शुभ तिथियां

    Mahakumbh 2025: भारत के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक महाकुंभ मेला (Mahakumbh Mela 2025) है, ये उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित होगा। यह मेला 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। इस दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं के इस महापर्व में शामिल होने और गंगा (Ganga) , यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम में स्नान करेंगे। also read: New Year 2025: जानें इस साल की छुट्टियां और लॉन्ग वीकेंड, प्लान करें छुट्टियों की ट्रिप महाकुंभ मेला का महत्व महाकुंभ मेला न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह आत्मा की शुद्धि, ध्यान और आध्यात्मिक जागृति का अवसर...

  • Mahakumbh 2025: प्रयागराज में बोले PM Modi, महाकुंभ में होगा एकता का महायज्ञ

    Mahakumbh 2025: 13 जनवरी 2025 से शुरू होने वाले महाकुंभ की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। आज पीएम मोदी भी प्रयागराज पहुंचे और कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शुभारंभ किया। साथ ही प्रयागराज से पीएम मोदी ने देश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि महाकुंभ हमारी आस्था, अध्यात्म और संस्कृति का दिव्य महोत्सव है। इसकी तैयारियों का जायजा और विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण के लिए प्रयागराज की पवित्र भूमि पर आकर सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। पीएम मोदी ने महाकुंभ को सफल बनाने वाले लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रयागराज में संगम की...

  • Mahakumbh 2025: प्रयागराज में आस्था का महापर्व शुरू होने की तैयारी…

    Mahakumbh 2025: हिंदू धर्म में कुंभ मेला एक अनोखा और पवित्र पर्व है, जिसे धर्म और आस्था का महोत्सव कहा जाता है। यह विश्वास है कि महाकुंभ मेले के दौरान पवित्र नदी में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस विशेष अवसर पर लाखों-करोड़ों श्रद्धालु एकत्रित होते हैं, नदी में डुबकी लगाते हैं, और अपने जीवन को आध्यात्मिकता से सराबोर करते हैं। यह महोत्सव केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, अध्यात्म, और भक्ति का अनुपम संगम है। 12 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद महाकुंभ मेला 2025 में आयोजित...

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