malikarjun kharge

  • कांग्रेस में सुनने वाला कौन है

    ऐसा कहा जा रहा था कि मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद कामकाज की एक नई शैली कांग्रेस में विकसित होगी। कार्यकर्ताओं के साथ संवाद बेहतर होगा और नेताओं के लिए पार्टी आलाकमान तक अपनी बात पहुंचाने में आसानी होगी। खड़गे चूंकि कांग्रेस के सिस्टम में ही नीचे से सर्वोच्च पद तक आए हैं इसलिए वे कार्यकर्ताओं के साथ साथ छोटे नेताओं की समस्याओं को भी जानते, समझते हैं इसलिए उम्मीदें ज्यादा थीं। लेकिन खड़गे के अध्यक्ष बनने के बाद भी स्थिति वैसी ही है, जैसी पहले थी। अब भी सुनने वाला कोई नहीं है। बड़े बड़े नेताओं...

  • किश्तों में बन रही है खड़गे की टीम

    मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अपना एक साल पूरा करने जा रहे हैं। पिछले साल अक्टूबर महीने में ही कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव हुआ था। उस समय राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर रहे थे। अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में यात्रा स्थगित करके वे दिल्ली आए थे और खड़गे के अध्यक्ष पद संभालने के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। एक साल बाद भी खड़गे ने अभी तक अपनी टीम नहीं बनाई है। उनके अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस कार्य समिति भंग कर दी गई थी और सभी पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया था। हालांकि वह इस्तीफा स्वीकार या...

  • खड़गे क्यों नहीं गए लाल किले?

    कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर होने वाले समारोह में हिस्सा लेने नहीं गए। उसके बाद शाम में वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से आयोजित चाय पार्टी में भी हिस्सा लेने नहीं गए। इसके लिए कांग्रेस की ओर से आधिकारिक रूप से कई कारण बताए गए हैं। पहला कारण तो यह बताया गया है कि खड़गे को कांग्रेस मुख्यालय में झंडा फहराना था और चूंकि प्रधानमंत्री की सुरक्षा इतनी सख्त थी कि वे लाल किला जाकर और वापस लौट कर समय से कांग्रेस मुख्यालय में झंडा नहीं फहरा पाते। बाद...