Prashant Kishore

  • भाजपा पर हमले से क्या बदलेगी पीके की छवि

    बिहार में जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर के निशाने पर अब भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं। उनका पहला निशाना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं और उसके बाद भाजपा के नेता हैं। पहले वे राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं पर ज्यादा हमले करते थे। लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव उनके पसंदीदा टारगेट थे। उन्होंने  तेजस्वी के लिए नौवीं फेल का जुमला ऐसा स्थापित किया कि लोगों की जुबान पर चढ़ गया। लेकिन अब वे राजद पर कम हमला कर रहे हैं। कांग्रेस पर तो कभी हमला करते ही नहीं हैं और कम्युनिस्ट पार्टियों के खिलाफ बोलने के लिए कुछ...

  • प्रशांत किशोर क्या चिराग की पोल खोलेंगे?

    यह लाख टके का सवाल है कि क्या चिराग पासवान की गाहे बगाहे तारीफ करने वाले प्रशांत किशोर अब उनकी पोल खोलेंगे? जनता दल यू के नेता और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने एक बयान को लेकर प्रशांत किशोर के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया है। असल में प्रशांत किशोर ने एक कार्यक्रम में कह दिया कि अशोक चौधरी ने टिकट खरीद कर अपनी बेटी को सांसद बनाया है। गौरतलब है कि अशोक चौधरी खुद जनता दल यू में हैं लेकिन उनकी बेटी चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ कर जीती हैं।...

  • आरसीपी के आने से पीके को ताकत?

    बिहार में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है। किसी समय नीतीश कुमार के नंबर दो रहे जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और नरेंद्र मोदी सरकार में स्टील मंत्री रहे रामचंद्र प्रसाद सिंह उर्फ आरसीपी सिंह ने अपनी पार्टी का विलय जनसुराज पार्टी में कर दिया है। वे पूरी पार्टी के साथ प्रशांत किशोर की पार्टी में शामिल हो गए हैं। यह हाल के दिनों का सबसे बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम है। आरसीपी सिंह अपनी पार्टी बना कर या उससे पहले थोड़े समय भाजपा से जुड़ कर ज्यादा प्रभावी राजनीति नहीं कर पाए थे लेकिन उनके प्रशांत किशोर के साथ जुड़ने से बिहार...

  • प्रशांत किशोर को बड़बोलेपन का नुकसान

    जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर की पटना गांधी मैदान में बुलाई रैली बुरी तरह से फ्लॉप हो गई। उन्होंने पांच लाख लोग लाकर गांधी मैदान भर देने का दावा किया था लेकिन 50 हजार लोग भी नहीं पहुंचे। खुद प्रशांत किशोर दिन भर भागदौड़ करते रहे। यह आरोप लगाते रहे कि उनके समर्थकों की गाड़ियों को पटना के बाहर रोका जा रहा है। वे खुद गंगा के किनारे लगा कथित जाम छुड़ाने पहुंच गए थे और दो बजे की रैली में सात बजे के बाद पहुंचे। इस रैली का इतना मुद्दा नहीं बनता अगर उन्होंने पटना सहित पूरे...

  • तमिल सुपरस्टार विजय और पीके क्या करेंगे?

    india election 2025 : तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी अन्ना डीएमके और भाजपा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तालमेल की बात शुरू होने के साथ ही यह सवाल उठने लगा है कि अब तमिल सुपरस्टार विजय का क्या होगा? इसी के साथ यह भी सवाल है कि सुपरस्टार चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके क्या करेंगे? पीके ने तमिलनाडु में विजय को चुनाव लड़ाने का जिम्मा उठाया है। (india election 2025) पिछले महीने महाशिवरात्रि के दिन विजय की पार्टी टीवीके के एक साल पूरे होने के मौके पर हुए कार्यक्रम में प्रशांत किशोर ने कहा कि...

  • तेजस्वी के खिलाफ लड़ने की प्रशांत की तैयारी

    चुनाव रणनीतिकार और बिहार में जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा है कि उनकी पार्टी के किसी नेता या कार्यकर्ता ने सलाह दी है कि उनको राघोपुर विधानसभा सीट से राजद के नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के खिलाफ चुनाव लड़ना चाहिए। इससे पहले प्रशांत किशोर ने कहा था कि उनकी पार्टी कहेगी तो वे तेजस्वी यादव के खिलाफ लड़ने को तैयार हैं। ध्यान रहे राघोपुर लालू प्रसाद उनके परिवार का गढ़ रहा है। यह अलग बात है कि 2010 में जनता दल यू के सतीश यादव ने राघोपुर सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी...

  • पीके चुनाव लड़ेंगे या लड़ाएंगे?

    चुनाव रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर को लेकर बिहार में कंफ्यूजन पैदा हो गया है। एक तरफ उनकी पार्टी को बिहार की सभी 243 सीटों पर विधानसभा का चुनाव लड़ना है और दूसरी ओर खुद प्रशांत किशोर तमिलनाडु में नई बनी पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम यानी टीवीके का चुनाव अभियान संभालने जा रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव और तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में ज्यादा समय का अंतर नहीं है। इस साल नवंबर में बिहार का चुनाव होगा और अगले साल मई में तमिलनाडु का चुनाव है। यानी छह महीने का अंतराल है। उनकी बनाई संस्था आईपैक पहले...

  • पटना पुलिस ने प्रशांत किशोर को किया गिरफ्तार

    पटना। बिहार में बीपीएससी परीक्षा (BPSC Exam) में हुई गड़बड़ी को लेकर जन सुराज पार्टी (जसुपा) के मुखिया प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) पटना के गांधी मैदान में दो जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे थे। इसी बीच सोमवार सुबह लगभग 4 बजे पटना पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया, लेकिन बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मेडिकल जांच के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर और कुछ अन्य लोगों द्वारा अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर प्रतिबंधित क्षेत्र गांधी मैदान के गांधी मूर्ति...

  • छात्रों के प्रदर्शन में शामिल हुए पीके

    BPSC Protest : बिहार में राजनीति करने उतरे चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर कहा करते थे कि उनको सड़क पर उतरने की जरुरत नहीं है। जब उन्होंने पार्टी बना कर चुनाव लड़ने का फैसला किया तो उनसे पूछा जाता था कि बिहार में इतनी पुरानी पार्टियां हैं, जिनकी जड़ें बहुत गहरी हैं, जबकि उनकी पार्टी ने आजतक कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं किया और न किसी मसले पर प्रदर्शन किया है। इसके जवाब में वे कहते थे कि वे चुनाव लड़ना और लड़ाना जानते हैं। उनको किसी आंदोलन या प्रदर्शन में शामिल होने की जरुरत नहीं है। लेकिन अब प्रशांत किशोर भी...

  • प्रशांत किशोर क्या करेंगे?

    बिहार में प्रशांत किशोर को बड़ा झटका लगा है। देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार, जिनको प्रधानमंत्री और कई मुख्यमंत्री बनवाने का श्रेय जाता है वे अपनी पार्टी बना कर लड़े और सभी चार सीटों पर चुनाव हार गए। उन्होंने दावा किया था कि बिहार की चार सीटों पर उपचुनाव जीत कर वे 2025 के चुनाव को सेटल कर देंगे। उन्होंने कहा था कि इन उपचुनावों से ही पता चल जाएगा कि जन सुराज पार्टी स्थापित हो गई है और वह अगला चुनाव जीतेगी। लेकिन ऐसा  नहीं हो सका। उनकी पार्टी चार में से कोई सीट नहीं जीत पाई और...

  • पीके ने उपचुनाव को बनाया दिलचस्प

    चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को दिलचस्प बना दिया है। उनको पता है कि यह जोखिम का काम है क्योंकि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अगर उपचुनावों में उनकी पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएगी तो उससे माहौल बिगड़ेगा और उनकी काबिलियत पर भी सवाल उठेगा। फिर भी उन्होंने जोखिम लिया है और चुनाव को दिलचस्प बना दिया है। सभी चार सीटों पर उनके उम्मीदवारों की वजह से चुनाव त्रिकोणात्मक हो गया है। वे पार्टियों के सामाजिक समीकरण को भी तोड़ रहे हैं और इससे कम से कम दो सीटों,...

  • प्रशांत किशोर के प्रबंधन पर बड़ा सवाल

    प्रशांत किशोर देश के सबसे बड़े चुनाव रणनीतिकार और प्रबंधक रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। उन्होंने बिहार में पदयात्रा की और उसके बाद अपने जनसुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में बदल दिया। इसमें भी कोई परेशानी नहीं है। लेकिन उन्होंने उपचुनाव के लिए जिस तरह से उम्मीदवार चुने हैं उससे उनके प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और चार सीटों के उपचुनाव में ही चुनने के बाद उनको दो उम्मीदवार बदलने पड़े हैं। उनका कहना है कि वे जनता की राय लेकर और जनता के बीच से ही उम्मीदवार चुनेंगे फिर...

  • परिवारवाद से प्रशांत किशोर का मौका?

    दो राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ साथ देश के कई राज्यों में उप चुनाव हो रहे हैं। इन उपचुनावों में एक बहुत दिलचस्प ट्रेंड देखने को मिल रहा है। ज्यादातर जगहों पर पार्टियां नेताओं के रिश्तेदारों को ही उम्मीदवार बना रही हैं। बिहार की चार सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, जहां एनडीए और ‘इंडिया’ ब्लॉक के मुकाबले प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी भी चुनाव लड़ रही है। पहली बार प्रशांत किशोर अपनी पार्टी के उम्मीदवार लड़ा रहे हैं। इससे पहले वे दूसरी पार्टियों को चुनाव लड़ाते थे। हालांकि उनके पहले ही कौर में मक्खी पड़ गई है। तरारी...

  • प्रशांत किशोर के साथ क्या केजरीवाल भी जाएंगे?

    बिहार में तीसरी राजनीतिक ताकत के तौर पर प्रशांत किशोर का उदय हो गया है। उन्होंने अपनी पार्टी बना ली है। जन सुराज अभियान को जन सुराज पार्टी में तब्दील कर दिया है और ऐलान कर दिया कि वे अगले महीने संभावित उपचुनाव में उम्मीदवार उतारेंगे। अगले महीने  चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो सकता है। प्रशांत किशोर उर्फ पीके का कहना है कि वे 2025 के विधानसभा चुनाव का परिदृश्य 2024 में ही चार सीटों के उपचुनाव में तय कर देंगे। इसके बाद 2025 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटेंगे। उनके साथ देश के अलग अलग हिस्सों में...

  • उपचुनाव में ताकत दिखाएंगे प्रशांत किशोर

    चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की राजनीतिक पार्टी का ऐलान दो अक्टूबर को होगा। महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर वे पार्टी का ऐलान करेंगे। उनका जन सुराज अभियान राजनीतिक दल में बदल जाएगा, जिसके लिए वे चरखा चुनाव चिन्ह हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। बहरहाल, पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह जो हो लेकिन वे अगले कुछ दिन में होने वाले उपचुनाव में अपने उम्मीदवार उतार सकते हैं। बिहार में चार विधानसभा सीटें खाली हैं। इन चारों सीटों के विधायक इस साल लोकसभा का चुनाव जीते हैं। उनके इस्तीफे से ये सीटें खाली हुई हैं। यह भी...

  • प्रशांत किशोर से घबराई लालू की पार्टी

    बिहार में राजनीति दिलचस्प होती जा रही है। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने जन सुराज अभियान को राजनीतिक दल में बदलने का ऐलान कर दिया है। कुछ समय पहले पटना में एक बड़ा कार्यक्रम करके उन्होंने इसकी घोषणा की। उसके बाद से राज्य में हलचल मची है। प्रशांत किशोर यानी पीके अगला विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। करीब दो साल पहले दो अक्टूबर 2022 को जब पीके ने बिहार में पदयात्रा शुरू की तो उनके साथ जो लोग जुड़ रहे थे उनको देख कर कहा जा रहा था कि पीके की मुहिम भाजपा को नुकसान पहुंचाएगी।...

  • प्रशांत किशोर ने की घोषणा, अगला बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे

    पटना। जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार और देश के चर्चित चुनावी रणनीतिकार ने गुरुवार को कहा कि अगला विधानसभा चुनाव वे मजबूती से लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जब चुनाव लड़ेंगे तो राजद के अध्यक्ष लालू यादव (Lalu Yadav) और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार (Nitish Kumar) जैसे नेताओं के दांत खट्टे हो जाएंगे। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि वे मुझे धकिया (धकेल) दें, उनके बस की बात नहीं। बिहार में पदयात्रा कर रहे किशोर ने कहा कि वे अगर जन सुराज व्यवस्था नहीं बनाएंगे तो कल होकर समाज के लोग बोलेंगे कि प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) गांवों-प्रखंडों में घूम रहे...

  • प्रशांत किशोर पर इतना बवाल!

    चुनाव विश्लेषक और रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा के जीतने की भविष्यवाणी करके फंस गए हैं। उनको सोशल मीडिया में बुरी तरह से टारगेट किया जा रहा है। करण थापर के साथ उनका एक इंटरव्यू वायरल हो रहा है, जिसमें थापर उनको इस बात पर घेरने की कोशिश कर रहे हैं कि पीके ने 2022 में हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के हारने की भविष्यवाणी की थी, जबकि कांग्रेस जीत गई थी। पीके इससे इनकार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनका कोई वीडिया दिखाइए, जिसमें उन्होंने ऐसा कहा हो। बाद में उनका एक ट्विट...

  • Prashant Kishor: विपक्ष से चूके कई अवसर, 2024 में फिर सत्ता में लौटेगी भाजपा

    राजनीतिक रणनीतिकार Prashant Kishor के अनुसार लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्ष बेहतर स्थिति में होता लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बैकफुट पर थी अगर तब उसने पुनर्जीवित होने के कई मौके नहीं गंवाए होते। Prashant Kishor ने कहा की ऐसा पहला अवसर 2015 और 2016 में था। जब भाजपा कई राज्यों के विधानसभा चुनाव हार गई थी। Prashant Kishor ने एनडीटीवी को एक साक्षात्कार में बताया की जनवरी 2015 में, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव जीता। उसी साल नवंबर में बीजेपी बिहार चुनाव हार गई और अगले साल मई तक असम, तमिलनाडु...

  • लालू परिवार पर प्रशांत किशोर ने कसा तंज

    पटना। बिहार में जन सुराज यात्रा कर रहे प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने कहा है कि बिहार में साढ़े बारह सौ परिवार के लोग ही यहां एमपी और एमएलए बनते रहे हैं। हर पंचायत, ब्लॉक और विधानसभा में लंबे समय से ऐसा होता आ रहा है। Prashant Kishore भाजपा को आप बिहार में देख लीजिए, बिहार के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हैं सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary), इनके बाबूजी हैं शकुनी चौधरी, ये कांग्रेस की सत्ता में मंत्री रहे, फिर लालू की सरकार में मंत्री रहे, इसके बाद नीतीश की सरकार में मंत्री और मांझी की सरकार में भी मंत्री थे। प्रशांत...

और लोड करें