Ram Temple Inauguration

  • उद्धव ठाकरे को स्पीड पोस्ट से मिला न्योता

    मायानगरी मुंबई देश की वित्तीय राजधानी भी है और इस वित्तीय राजधानी के बेताज बादशाह रहे हैं बाल ठाकरे। उनकी पार्टी शिव सेना ने अयोध्या में राममंदिर निर्माण के आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाई थी। वे संभवतः इकलौते नेता थे, जिन्होंने छह दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा टूटने के बाद खुल कर जिम्मेदारी ली थी और कहा था कि शिव सैनिकों ने ढांचा गिराया है। उस समय भाजपा के शीर्ष नेता जैसे अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी इसे भारतीय राजनीति का काला अध्याय बता रहे थे। तब बाल ठाकरे ने खुल कर जिम्मेदारी ली थी और इसके...

  • चम्पत राय की बात कोई समझे तो समझाए!

    विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने कमाल की बात कही है। अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इस कार्यक्रम में आमंत्रितों के बारे में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का इस अवसर पर मौजूद होना अनिवार्य है, लेकिन उनको आना नहीं चाहिए। सोचें, जब दोनों का इस बड़े अवसर पर मौजूद होना अनिवार्य है तो उनको आना क्यों नहीं चाहिए? चम्पत राय ने दोनों की उम्र और सेहत का...

  • आडवाणी, डा जोशी से भला क्या दिक्कत?

    भारत में वरिष्ठ जनों का हमेशा सम्मान होता रहा है। मगर दक्षिणपंथी और प्रतिक्रियावादी शोर मचाए होते हैं हम संस्कारी है। बुजुर्गों का बहुत सम्मान करते हैं। उनकी सेवा करते हैं। मगर सच्चाई वही होती है जो अभी भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने आडवाणी और डा जोशी को राम मंदिर को न्यौता यह कहते हुए दिया कि भाईसाहब आप आने की तकलीफ नहीं करना। आपको परेशानी होगी।....बहरहाल, निराश होने का कोई कारण नहीं। समय है चला जाएगा। हमारा एक दोस्त पत्रकार कहता है कि जब अच्छा समय नहीं रहा तो बुरा भी नहीं रहेगा! दक्षिणपंथ और प्रतिक्रियावाद किसी परंपरा, संस्कृति,...