स्वदेशी 2.0 के सबसे बड़े लाभार्थी होंगे रामदेव
ऐसा लग रहा है कि पतंजलि समूह वाले रामदेव को मुहमांगी मुराद मिल गई है। वे काफी दिनों से अपने उत्पादों को स्वदेशी के नाम पर बेचने की कोशिश कर रहे थे। वैसे वे परोक्ष रूप से धर्म के आधार पर विभाजन बनवा कर भी अपना सामान बेचने की कोशिश कर चुके हैं, जिसके लिए उनको अदालत से फटकार मिली है। लेकिन वे स्वदेशी को प्रमोट करने के नाम पर अपनी कंपनी के उत्पाद बेचने की कोशिश काफी समय से कर रहे हैं। अमेरिका के साथ टैरिफ विवाद से उनकी यह मुराद पूरी होती दिख रही है। जैसे ही 27...