Retail Inflation

  • खुदरा मंहगाई में मामूली बढ़ोतरी

    नई दिल्ली। अगस्त में खुदरा महंगाई दर में मामूली बढ़ोतरी हुई है हालांकि इसके बावजूद यह भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से तय की गई सीमा के बहुत अंदर है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अगस्त के महीने में जुलाई के 1.61 फीसदी के मुकाबले खुदरा महंगाई दर थोड़ा बढ़ कर 2.7 फीसदी पर पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि खाने पीने की चीजों की कीमतों में हल्की बढ़ोतरी हुई है, जिसकी वजह से महंगाई दर बढ़ी है। गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने महंगाई को चार फीसदी तक रखने का लक्ष्य रखा है...

  • खुदरा महंगाई जुलाई में सिर्फ 1.55 प्रतिशत!

    नई दिल्ली। खाद्य वस्तुओं की कीमतों में नरमी के चलते जुलाई 2025 में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 1.55% पर आ गई — यह जून 2017 के बाद का सबसे निचला स्तर है और जनवरी 2019 के बाद पहली बार भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के संतोषजनक दायरे से नीचे पहुंची है। सरकार ने आरबीआई को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई को 4% (दो प्रतिशत ऊपर-नीचे) के भीतर रखने का लक्ष्य दिया है। जून में सीपीआई मुद्रास्फीति 2.1% और जुलाई 2024 में 3.6% रही थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के अनुसार, इस बार गिरावट की प्रमुख वजह अनुकूल तुलनात्मक आधार प्रभाव और...

  • खुदरा महंगाई दर तीन फीसदी से नीचे

    नई दिल्ली। खुदरा महंगाई दर में बड़ी गिरावट आई है। गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई की दर मई में तीन फीसदी से नीचे होकर 2.82 फीसदी पर आ गई है। यह छह साल का निचला स्तर है। इससे पहले मार्च 2019 में ये 2.86 फीसदी महंगाई दर रही थी। बताया जा रहा है कि खाने पीने के सामानों की कीमतों में लगातार गिरावट के कारण खुदरा महंगाई दर घटी है। इससे पहले अप्रैल में खुदरा महंगाई दर घट कर 3.16 फीसदी पर आ गई थी। उससे पहले मार्च महीने में खुदरा महंगाई...

  • खुदरा महंगाई छह साल के निचले स्तर पर

    नई दिल्ली। भारत में खुदरा महंगाई दर में कमी आई है। अप्रैल के महीने में यह घट कर 3.16 फीसदी पर आ गई। यह महंगाई का करीब छह साल का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले जुलाई 2019 में महंगाई दर 3.15 फीसदी रही थी। बताया जा रहा है कि खाने पीने के सामान की कीमतों में लगातार नरमी के कारण खुदरा महंगाई दर घटी है। इससे पहले मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर 3.34 फीसदी रही थी। यह महंगाई का 67 महीने का निचला स्तर था। मंगलवार 13 मई को केंद्र सरकार की ओर से खुदरा महंगाई के आंकड़े...

  • खुदरा महंगाई में कमी आई

    नई दिल्ली। खाने पीने की चीजें सस्ती होने से जनवरी में खुदरा महंगाई में कमी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक खुदरा महंगाई पांच महीने के निचले स्तर आ गई है। खुदरा मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई की दर जनवरी में 4.31 फीसदी रही। इससे पहले दिसंबर में खुदरा महंगाई 5.22 फीसदी रही थी। बुधवार, 12 फरवरी को सरकार ने खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी किए। जनवरी में खुदरा महंगाई में करीब एक फीसदी की कमी आई है। इसे भांप कर ही पिछले दिनों भारतीय रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में पांच साल के बाद कटौती की। गौरतलब है कि...

  • महंगाई की भ्रामक सुर्खियां

    Retail Inflation: हरी सब्जियों के दाम में मौसमी गिरावट के साथ ही आलू के दाम 68 प्रतिशत बढ़ जाएं, तो घरेलू बजट को कितना लाभ होगा! नवंबर के 9.53 प्रतिशत की तुलना में दिसंबर में खाद्य मुद्रास्फीति के 8.39 फीसदी ही रहने का यही गणित है। मुद्रास्फीति में कुछ दशमलव अंकों की गिरावट से वित्तीय अखबारों की सुर्खियां जितनी चमक जाती हैं, वैसी राहत आम उपभोक्ता को महसूस नहीं होती। हरी सब्जियों के दाम में मौसमी गिरावट के साथ ही आलू के दाम 68 प्रतिशत बढ़ जाएं, तो आखिर आम परिवार के घरेलू बजट को कितना लाभ होगा! दिसंबर 2024...

  • खुदरा महंगाई दर बढ़ कर 3.65 फीसदी हुई

    नई दिल्ली। खाने पीने की चीजों और सब्जियों की कीमत की वजह से खुदरा महंगाई दर में बढ़ोतरी हो गई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई की दर अगस्त महीने में बढ़ कर 3.65 फीसदी हो गई है। जुलाई महीने में यह घट कर 3.54 फीसदी पर आ गई थी। ये महंगाई का करीब पांच साल का सबसे निचला स्तर था। हालांकि महंगाई दर अब भी रिजर्व बैंक की ओर से तय की गई चार से छह फीसदी की सीमा के अंदर है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक खाने पीने की चीजों महंगाई दर जुलाई...

  • रिटेल सेक्टर में मंदी

    पिछले वित्त वर्ष में रिटेल सेक्टर के कारोबार में चार प्रतिशत की गिरावट आई। कोरोना महामारी के बाद इस क्षेत्र में उछाल देखने को मिला था। लेकिन वह दौर गुजर चुका है। रिटेल सेक्टर में मंदी की पुष्टि दूसरे आंकड़ों से भी होती है। संगठित रिटेल सेक्टर पिछले वित्त वर्ष (2023-24) किन हालात से गुजरा, इसकी एक झलक अब सामने आई है। ये खबर आम भारतीयों की माली हालत का एक आईना भी है। पिछले वित्त वर्ष में संगठित रिटेल सेक्टर में हजारों कर्मचारियों की छंटनी की गई। सिर्फ पांच बड़े रिटेलर्स- रिलायंस इंडस्ट्रीज की रिटेल शाखा, टाइटन, रेमंड, पेज...

  • आंकड़ों में मिली राहत

    निहितार्थ यह कि महंगाई एक बड़ी समस्या बनी हुई है। सरकार और नीतिकार उसके आगे लाचार नजर आते हैं। संभवतः इसलिए कि उनके उपाय बेअसर हो चुके हैं और अपनी सीमाओं के कारण नए उपाय सोचने की स्थिति में वे नहीं हैं। जुलाई की मुद्रास्फीति दर के बारे में ताजा आंकड़े सुकून पहुंचाने वाले हैं। इनके मुताबिक बीते महीने महंगाई की दर पांच साल के सबसे निचले स्तर पर दर्ज हुई। यह महंगाई दर को चार प्रतिशत तक सीमित रखने के भारतीय रिजर्व बैंक के लक्ष्य से भी नीचे रही- सिर्फ 3.5 फीसदी। जाहिर है, यही सूचना मीडिया हेडलाइन्स में...

  • मुद्रास्फीति सिर्फ 3.54 प्रतिशत!

    नई दिल्ली। खाद्य वस्तुओं की कीमतों में नरमी और तुलनात्मक आधार प्रभाव के कारण खुदरा महंगाई जुलाई में घटकर 3.54 प्रतिशत पर आ गयी। सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी। करीब पांच साल में यह पहला मौका है जब मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक के चार प्रतिशत के लक्ष्य से नीचे आई है। सितंबर 2023 से मुद्रास्फीति छह प्रतिशत से नीचे बनी हुई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति इस साल जून में 5.08 प्रतिशत थी। जबकि बीते साल जुलाई में यह 7.44 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की...

  • खाने पीने की चीजें महंगी हुई पर महंगाई दर घटी

    नई दिल्ली। खुदरा महंगाई दर में अप्रैल के महीने में कमी दर्ज की गई है। हालांकि अप्रैल में खाने पीने की चीजों की महंगाई बढ़ी है फिर भी महंगाई दर में कमी दर्ज की गई है। भारत सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक यानी सीपीआई पर आधारित खुदरा महंगाई दर अप्रैल के महीने में घट कर 4.83 फीसदी पर आ गई है। यह महंगाई का 11 महीने का निचला स्तर है। इससे पहले जून 2023 में खुदरा महंगाई दर 4.81 फीसदी थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी विभाग यानी एनएसओ ने सोमवार, 13 मई को खुदरा महंगाई के...

  • खुदरा महंगाई की दर स्थिर रही

    नई दिल्ली। खाने पीने की चीजों की महंगाई में बढ़ोतरी के बावजूद फरवरी के महीने में खुदरा  महंगाई की दर लगभग स्थिर रही। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी 2024 में खुदरा महंगाई की दर 5.09 फीसदी पर रही। इससे पहले जनवरी 2024 में महंगाई दर 5.10 फीसदी रही थी। इस तरह खुदरा महंगाई की दर बहुत मामूली कमी हुई है। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने महंगाई दर को दो से छह फीसदी के बीच रखने का लक्ष्य तय किया है। उसके हिसाब से आदर्श महंगाई दर चार फीसदी है। Retail Inflation बहरहाल, फरवरी के महीने...

  • जनवरी में घटी खुदरा महंगाई

    नई दिल्ली। खुदरा महंगाई में जनवरी में थोड़ी कमी आई है। बताया जा रहा है कि खाने पीने की चीजों की कीमतें कम होने से महंगाई दर में कमी आई है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक खुदरा महंगाई दर जनवरी 2024 में घट कर 5.1 फीसदी पर आ गई है। यह महंगाई का तीन महीने का निचला स्तर है। इससे पहले दिसंबर 2023 में महंगाई दर 5.69 फीसदी रही थी। इससे पहले नवंबर में महंगाई दर 5.55 फीसदी, अक्टूबर में 4.87 फीसदी और सितंबर में 5.02 फीसदी रही थी। बताया जा रहा है कि जनवरी में खाने...

  • खुदरा महंगाई बढ़ कर 5.55 फीसदी हुई

    नई दिल्ल। लगातार तीन महीने की गिरावट के बाद नवंबर में खुदरा महंगाई दर में बढ़ोतरी हो गई है। हालांकि यह अब भी रिजर्व बैंक की ओर से तय की गई सीमा से नीचे है। मंगलवार को सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक नवंबर के महीने में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई दर बढ़ कर 5.55 फीसदी पहुंच गई। माना जा रहा है कि सब्जियों और फलों की ऊंची कीमतों की वजह से महगांई दर में बढ़ोतरी हुई है। इससे पहले अक्टूबर में खुदरा महंगाई 4.87 फीसदी रही थी, जबकि सितंबर में ये 5.02 फीसदी थी।...

  • खुदरा महंगाई पांच फीसदी से नीचे आई

    नई दिल्ली। खुदरा महंगाई दर में अक्टूबर महीने में मामूली कमी आई है। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर घट कर 4.87 फीसदी पर आ गई। इससे पहले यानी सितंबर के महीने में खुदरा महंगाई दर 5.02 फीसदी थी। माना जा रहा है कि खाने-पीने की चीजों में बहुत मामूली कमी आने की वजह से खुदरा महंगाई दर में 0.15 फीसदी की गिरावट हुई है। इस साल चौथी बार महंगाई दर पांच फीसदी से नीचे रही है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक खाने-पीने के चीजों की महंगाई दर में बहुत कम...

  • खुदरा महंगाई में बड़ी गिरावट

    नई दिल्ली। सितंबर महीने में खुदरा महंगाई दर में बड़ी गिरावट हुई है। इस गिरावट से कई महीने के बाद खुदरा महंगाई की दर भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से तय की गई सुविधाजनक दर के दायरे में आ गई है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर में खुदरा महंगाई दर में 1.81 फीसदी हुई। इस वजह से सितंबर में खुदरा महंगाई दर 5.02 फीसदी पर आ गई। अगस्त में ये 6.83 फीसदी थी और उससे एक महीने पहले जुलाई में खुदरा महंगाई दर 7.44 फीसदी पर थी। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने इसे छह फीसदी...

  • खुदरा महंगाई दो साल में सबसे कम

    नई दिल्ली। खुदरा महंगाई में कमी आने का सिलसिला जारी है। पिछले महीने यानी मई में खुदरा महंगाई दर घटकर 4.25 फीसदी पर आ गई, जो दो साल पहले के यानी अप्रैल, 2021 के बाद का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले अप्रैल, 2021 में खुदरा महंगाई दर 4.23 फीसदी पर थी। सरकार की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों में इसकी जानकारी दी गई। खाने पीने की चीजों और ईंधन की कीमत में कमी से महंगाई दर घटी है। बहरहाल, एक महीने पहले यानी अप्रैल 2023 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई दर 4.7 फीसदी रही थी।...

  • देश में खुदरा महंगाई में बड़ी कमी

    नई दिल्ली। नए वित्त वर्ष में महंगाई के मोर्चे पर राहत वाली खबर है। वित्त वर्ष 2023-24 के पहले महीने यानी अप्रैल में खुदरा महंगाई दर में बड़ी गिरावट हुई है। शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़े के मुताबिक, खाने-पीने का सामान सस्ता होने से अप्रैल में खुदरा महंगाई दर घट कर 4.70 फीसदी हो गई। यह खुदरा महंगाई का 18 महीने का सबसे निचला स्तर है। इसके साथ ही यह लगातार तीसरा महीना है जब महंगाई दर में कमी आई है। इससे पहले मार्च 2023 में खुदरा महंगाई दर 5.66 फीसदी रही थी। इस तरह मार्च के मुकाबले अप्रैल में...

  • खुदरा महंगाई में बड़ी गिरावट

    नई दिल्ली। भारत में खुदरा महंगाई में बड़ी कमी आई है और यह रिजर्व बैंक की ओर से तय सुविधाजनक सीमा के अंदर आ गई है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च में खुदरा महंगाई दर घटकर 5.66 फीसदी पर आ गई है। इससे पहले फरवरी में महंगाई दर 6.44 फीसदी रही थी, जो रिजर्व बैंक की सुविधाजनक सीमा यानी अधिकतम छह फीसदी से ऊपर थी। इस साल के पहले दो महीने यानी जनवरी और फरवरी में खुदरा महंगाई बढ़ने की दर 6.52 फीसदी रही थी। बताया जा रहा है कि खाने-पीने के सामान के दामों में...

  • खुदरा महंगाई तय सीमा से ऊपर

    नई दिल्ली। खुदरा महंगाई एक बार फिर भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से तय की गई अधिकतम सीमा से ऊपर पहुंच गई है। सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक खुदरा महंगाई जनवरी में तीन महीने के उच्च स्तर 6.52 फीसदी पर पहुंच गई। इसके साथ ही महंगाई एक बार फिर रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से ऊपर चली गई है। रिजर्व बैंक ने चार फीसदी की सीमा तय की गई है, जिसमें दो फीसदी ऊपर-नीचे की गुंजाइश रखी गई है। इस लिहाज से छह फीसदी खुदरा महंगाई की अधिकतम सीमा है। बहरहाल, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित...

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