‘सितारे ज़मीन पर’: सबका अपना अपना नॉर्मल
आमिर ख़ान के बारे में मुझे दो बातें बहुत पसंद आती हैं। पहली बात ये कि वो अपनी फ़िल्मो में सुपरस्टार आमिर ख़ान नहीं रहते, बल्कि कहानी के किरदार बन जाते हैं। इस फ़िल्म में भी ऐसा ही महसूस हुआ। उन्होंने गुलशन के किरदार के साथ ज़बरदस्त इंसाफ़ किया है। आत्माभिमानी, आत्मकेंद्रित और चिड़चिड़ा गुलशन का एक केयरिंग और भावनात्मक कोच में बदलने की यात्रा को उन्होंने बखूबी निभाया है। सिने- सोहबत सिने-सोहबत में इस बार चर्चा एक बेहद ज़रूरी फ़िल्म 'सितारे ज़मीन पर' के इर्द गिर्द, जो कि एक स्पैनिश फिल्म ‘कैम्पियॉन्स (चैंपियंस)’ की आधिकारिक हिंदी रीमेक है। इस...