US Presidential Election

  • ट्रंप जैसों का मुकाबला कैसे संभव?

    अमेरिका के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की लैंडस्लाइड जीत से भारत सहित दुनिया भर के लिबरल समुदाय सदमे में हैं। राजनीति को देखने का उनका जो नजरिया है, उसे ध्यान में रखें, तो इसे स्वाभाविक प्रतिक्रिया कहा जाएगा। इस समुदाय की एक विशेषता यह भी है कि वह कभी अपना आत्म-निरीक्षण नहीं करता। इसलिए आज तक इसे समझने की कोई गंभीर कोशिश नहीं हुई कि “धुर-दक्षिणपंथी”, “फासीवादी” या “नफरती” राजनीति लगभग हर चुनावी लोकतंत्र में आज क्यों कामयाब हो रही है? वैसे, अमेरिका के चुनाव नतीजों को बारीकी से समझने की कोशिश की जाए, तो प्रश्न का उत्तर एक हद...

  • अमेरिका में हिंदुओं को क्या मिलेगा?

    US Presidential Election: दुनिया के अधिकतर सभ्य, विकसित और लोकतांत्रिक देशों में जिस एक कौम को सबसे ज्यादा सम्मान और प्रेम के साथ स्वीकार किया जा रहा था, जिसे कोई दूसरी कौम अपने लिए खतरे की तरह नहीं देखती थी वह हिंदू कौम थी। लेकिन पिछले 10 साल में क्या हुआ है? पूरी दुनिया में हिंदुओं के प्रति घृणा बढ़ी है। उनके खिलाफ हेट स्पीच बढ़े हैं और उनको निशान  बनाने की घटनाएं बढ़ी हैं। अमेरिका में, जहां लगभग 45 लाख भारतीय आबादी बताई जाती है, और जिसमें अधिकांश हिंदू हैं वहां भी हिंदुओं का जीवन मुश्किल हुआ है। भारत...

  • संसार का कोतवाल बन गए दोस्त के नव-युग में

    इस साल 4 जून के बाद बेतरह लड़खड़ा गई नरेंद्र भाई की देहभाषा को 8 अक्टूबर को थोड़ा सहारा मिल गया था। मगर अब अमेरिका में ट्रंप की जीत के बाद वे फिर एकदम अपने पूरे शबाब पर आ गए हैं। उन से भी ज़्यादा फूले-फूले वे हिंदुत्ववादी घूम रहे हैं, जिन्हें लग रहा है कि अब तो सैंया संसार के कोतवाल हो गए है तो डर काहे का? अब महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव में वे अपने पुराने से भी ज़्यादा मारक-घातक अंदाज़ में अवतरित हो गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यन स्वामी भले ही दावा...

  • ट्रंप से भारत में किस बात की खुशी?

    अमेरिका के चुनाव नतीजे पर जितनी खुशी डोनाल्ड ट्रंप समर्थक रिपब्लिकन मना रहे हैं उससे कम खुशी भारत में नहीं मनाई जा रही है। भारत में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तमाम समर्थक ट्रंप की जीत की खुशी मना रहे है। प्रधानमंत्री मोदी ने जिस उत्साह के साथ ‘माई फ्रेंड डोनाल्ड ट्रंप’ को बधाई देने और उसके बाद उनसे बात करने की दो पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर डाली उससे उनके समर्थकों की खुशी और बढ़ गई। यह अलग बात है कि उनकी खुशी का कोई ठोस आधार नहीं है। अगर वस्तुनिष्ठ तरीके से देखें और ट्रंप के...

  • मेरे दोस्त डोनाल्ड ट्रंप को ऐतिहासिक चुनावी जीत की हार्दिक बधाई: पीएम मोदी

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार दोपहर को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में जीत के लिए डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वह भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए उनके साथ काम करने को उत्सुक हैं। पीएम मोदी ने कहा, "मेरे मित्र डोनाल्ड ट्रंप को ऐतिहासिक चुनावी जीत पर हार्दिक बधाई। आपके पिछले कार्यकाल की सफलताओं की तरह ही, मैं भारत-अमेरिका की व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मज़बूत करने के लिए हमारे सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं. आइए मिलकर अपने लोगों के कल्याण, वैश्विक शांति,...

  • अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव: डोनाल्ड ट्रंप बोले यह जीत अमेरिका के लिए स्वर्ण युग

    वाशिंगटन। डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने राष्ट्रपति चुनाव में अपनी जीत का ऐलान किया है। उन्होंने जीत को अमेरिका का 'स्वर्ण युग' बताया। रिपब्लिकन उम्मीदवार ने कहा, "यह अमेरिकी लोगों के लिए एक शानदार जीत है, जो हमें अमेरिका को फिर से महान बनाने का अवसर देगी। ट्रंप ने यह भाषण चुनाव नतीजों के आधिकारिक ऐलान से पहले दिया। खबर लिखे जाने तक एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक ट्रंप (भारतीय समयानुसार दोपहर 1.32 पर) बहुमत के आंकड़े '270 से' तीन इलेक्टोरल वोट दूर थे। चुनाव के तमाम सर्वेक्षणों में हैरिस और ट्रंप के बीच कांटे की मुकाबले की भविष्यवाणी की गई...

  • भारत और अमेरिकी चुनाव में समानता!

    वहां के माहौल और हमारे देश में हाल में हुए आमचुनाव में एक चीज़ समान है - और वह है डर, खौफ। ....अमेरिकी चुनाव भी पिछली गर्मियों में हुए भारतीय चुनाव जितने ही विभाजनकारी हैं। अगर आप अमेरिकी चुनाव पर नजर रखे हुए हैं तो महसूस हुआ होगा कि वहां के माहौल और हमारे देश में हाल में हुए आमचुनाव में एक चीज़ समान है - और वह है डर, खौफ। संदेह नहीं खौफ से वोट मिल सकते हैं, सत्ता मिल सकती है, ग्लैमर और चमक-दमक मिल सकती है - लेकिन खौफ से समस्याएं हल नहीं होतीं। खौफ बहुत से...

  • ‘ट्रंप फोबिया’ के सहारे कमला हैरिस?

    फिलहाल, साफ संकेत हैं कि हवा का रुख डॉनल्ड ट्रंप के पक्ष में है। ट्रंप अपने समर्थक समूहों में उत्साह भरने में कामयाब हैं, जबकि स्विंग वोटर्स का भी बड़ा हिस्सा उनकी तरफ खिंचता दिखा है। डेमोक्रेट्स के साथ उलटी स्थिति है। उनके परंपरागत समर्थक कई समूह इस बार पार्टी को दंडित करने का मूड बनाए हुए हैँ।  तो आखिर क्या मुद्दे हैं, जो ट्रंप के पक्ष में काम करते दिख रहे हैं या जो हैरिस के पक्ष में जाते दिख रहे हैं? ऊपरी तौर पर यह महसूस हो सकता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मुकाबला कड़ा है, जिसमें...

  • अमेरिका में बैलेट बॉक्स में आग लगी

    नई दिल्ली। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से ठीक एक हफ्ते पहले दो जगह बैलेट बॉक्स में आग लगने की घटना हुई है। गौरतलब है कि अमेरिका में पांच नवंबर को मतदान होना है लेकिन उससे पहले कई राज्यों में एडवांस वोटिंग चल रही है और ढाई करोड़ से ज्यादा लोग मतदान कर चुके हैं। तभी बैलेट बॉक्स में आग लगने की घटना को लेकर चिंता जताई जा रही है। यह भी कहा जा रहा है कि अमेरिकी चुनाव में मतदान के दिन और बाद में हिंसा भड़कने की आशंकाएं सही साबित हो सकती हैं। बहरहाल, आग लगने की पहली घटना...

  • अमेरिकी राजनीति का ह्रास

    US presidential election: दुनिया के सबसे जीवंत लोकतंत्र अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव तमाशा बन गया है। अकेले ट्रंप के कारण चुनाव जहरीला भी हुआ और हास्यास्पद भी। also read: अब BIGG BOSS देखगें घरवालों का Future,नए सस्पेंस के साथ पहला टीजर आउट अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में वह सब हो रहा है, जो आधुनिक समय में सोचा भी नहीं गया था। जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे वैसे प्रचार में जहर घुलता जा रहा है। पूर्व राष्ट्रपति और इस बार के चुनाव में राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर दूसरी...

  • अंतरिक्ष से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालेंगी सुनीता विलियम्स

    वॉशिंगटन। भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और उनके नासा सहयोगी बुच विल्मोर (Butch Wilmore) ने शनिवार को स्पेस से 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में वोट डालने को लेकर अपनी उत्सुकता व्यक्त की। बता दें दोनों अंतरिक्ष यात्री वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंसे हुए हैं। हालांकि दोनों ने अंतरिक्ष में होने के बावजूद अपने नागरिक कर्तव्य को पूरा करने के महत्व पर जोर दिया। विलियम्स ने बताया कि उन्होंने पहले ही मतपत्रों के लिए अपने अनुरोध भेज दिए हैं। उन्होंने कहा अंतरिक्ष से मतदान करने के लिए हम उत्सुक हैं। विलमोर ने 'अमेरिकी...

  • हम हैरिस की जीत चाहें या ट्रंप की?

    मतदान में लगभग दो महीने बाकी हैं, ओपिनियन पोल्स के आधार पर चुनाव के बारे में लगाए जा रहे अनुमानों का आधार बहुत मजबूत नहीं है। खासकर यह देखते हुए कि 2022 के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थकों के बीच एक बड़ी फूट पड़ी है। कई समूह अभी निर्णय करते नहीं है। अपने अलग गुट बनाए हैं। इस तरह उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी से समर्थन वापस लेने का एलान कर रखा है। पांच नवंबर को आने वाला चुनाव परिणाम काफी कुछ इससे तय होगा कि ये समूह अपनी वर्तमान भावना से प्रेरित बने रहते हैं या फिर ट्रंप को बड़ा खतरा...

  • मेरा भारत, कमला का अमेरिका

    us presidential election: संयोग जो शुक्रवार की सुबह सप्ताह की ‘गपशप’ का विषय सोच रहा था तभी टीवी पर कमला हैरिस का भाषण शुरू हुआ। और मैं अमेरिकी लोकतंत्र में प्रवासी भारतीय श्यामला गोपालन की बेटी कमला हैरिस द्वारा राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की स्वीकृति का भाषण सुनते सोचने लगा मेरे और कमला के दो देशों के अंतर पर। कैसा मेरा भारत है, जहां से लोग भागते हैं और कैसा अमेरिका है, जहां भारतीयों के लिए अपूर्व अवसर हैं! राष्ट्रपति बन सकने तक का मौका (और लिख लें कमला ही अगली अमेरिकी राष्ट्रपति है। इसी अखबार में मैंने 2020 में...

  • अमेरिका में कहानी बदली?

    डेमोक्रेटिक पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन (डीएनसी) सचमुच एक थ्रिलर था। उसमें नाटकीयता थी, उल्लास था, दुःख और खुशी के आंसू थे और खूब शोर-शराबा तथा कोलाहल था। और मीम्स, रील्स और जीआईएफ्स के लिए ढेर सारा मसाला भी। सेलिब्रिटीज और राजनीतिज्ञों की मौजूदगी के बावजूद बहुत से आम लोग भी डीएनसी के मंच पर आए। उन्होंने अपनी पीड़ा और व्यथा, अपनी उम्मीदें और अरमान जाहिर किए। गाजा के लोगों के समर्थन में हो रहे प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में संगीतकार एवं गायक स्टीव वंडर ने वहां मौजूद लोगों से कहा, "गुस्से की बजाय आनंद का वरण करें।" सही में अर्श से...

  • मुकाबला हुआ दिलचस्प

    अमेरिकी चुनाव दिनोदिन दिलचस्प हो गए हैं। लेकिन इससे भी अहम बात यह कि लोगों को विकल्प और मौका मिलता लगता है। पिछले दो हफ़्तों में बहुत कुछ बदला है। 59 वर्षीय कमला हैरिस ने देश में चुनावों के प्रति कौतुक और उत्साह जगा दिया है तो 60 साल के उनके उपराष्ट्रपति उम्मीदवार टिम वाल्स ने भी उम्मीदें पैदा की हैं। मिनेसोटा के गवर्नर अब तक राजनीति की चमक-दमक और ठाठ-बाट से दूर थे। कई लोग उन्हें जानते तक नहीं थे। वे पहले सेना में रहे, फिर वे जियोग्राफी के शिक्षक और हाईस्कूल के छात्रों के फुटबाल कोच। उन्होंने एक...

  • उबाऊ चुनाव में लौटा जोशो-खरोश!

    क्या अमेरिका एक नई पटकथा लिखने जा रहा है? क्या 'क्वीन ऑफ कमबैक' कमला हैरेस, 'कमबैक' कर सकेंगी? क्या वे एक नस्लवादी, स्त्री-द्वेषी बुजुर्ग को हराने लायक जनसमर्थन जुटा सकेंगी? उम्मीद तो है। और वह उम्मीद कुछ हद तक इच्छा से उभरी है। अर्थात हम वह होने की उम्मीद कर रहे हैं, जो हम चाहते हैं! कमला हैरेस ने एक उबाऊ चुनाव में जोशो-खरोश और उत्साह फूँक दिया है। दो बड़े मियांओं की कुश्ती में किसे दिलचस्पी होगी? ऐसी कुश्ती में न तो मज़ा होता है और ना रोमांच, केवल बोरियत होती है। लेकिन कमला हैरेस के मैदान में उतरने...

  • क्या डेमोक्रेटस कमला के पीछे एकजुट?

    क्या चुनाव की दौड़ से जो बाइडन के हटने से, डेमोक्रेटिक पार्टी जीत की दौड़ में आगे है? क्या डेमोक्रेट अपनी अंदरूनी खींचतान से ऊबर पाएंगे? क्या कमला हैरेस के पीछे पूरी पार्टी एकजुट खड़ी होगी?  ये सब कठिन मगर महत्वपूर्ण प्रश्न हैं। डेमोक्रेट्स के लिए पिछला एक महीना काफी उथलपुथल भरा रहा है। उनमें आपसी फूट थी। अंदरूनी  झगड़े थे। जहां रिपब्लिकन पार्टी डोनाल्ड ट्रंप को दुबारा राष्ट्रपति बनाने के लक्ष्य के प्रति एकजुट और दृढ़ संकल्पित थी वहीं डेमोक्रेटस आपसी विवादों और अनिश्चितता में थे।  जो बाइडन ने इन विवादों, अनिश्चितताओं और परेशानियों पर विराम लगा दिया है।...

  • बाइडेन ने देरी की

    बाइडेन ने कमला हैरिस को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। लेकिन अभी इस बारे में बहुत दांव खेले जाने हैं। बराक ओबामा ने यह कह कर अनिश्चिय बढ़ा दिया है कि अगले महीने डेमोक्रेटिक पार्टी अपने अधिवेशन में उपयुक्त उम्मीदवार चुनेगी। जो बाइडेन ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से खुद को अलग किया, लेकिन यह एलान करने में उन्होंने अत्यधिक देर कर दी। इससे उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी ने जो जमीन गंवाई है, उसे अगले 105 दिन में वापस हासिल कर पाना उसके लिए बेहद कठिन होगा। बाइडेन की दिमागी हालत सार्वजनिक पद संभालने लायक नहीं है, यह काफी पहले...

  • नेतन्याहू अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव तक गाजा वार्ता में देरी!

    गाजा वार्ता में देरी के कारण यरूशलम | इजरायल नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव तक गाजा पट्टी में संघर्ष विराम पर फिलिस्तीनी आंदोलन हमास के साथ बातचीत में देरी कर सकता है, क्योंकि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का मानना ​​है कि चुनाव के बाद इजरायल और गाजा संघर्ष पर वाशिंगटन की स्थिति बदल सकती है। अमेरिकी डिजिटल अखबार ‘पोलिटिको’ ने मध्य पूर्व के एक वरिष्ठ राजनयिक का हवाला देते हुए यह जानकारी दी। अखबार ने राजनयिक के हवाले से कहा कि हमारा आकलन है कि नेतन्याहू नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव तक का समय लेना...

  • कौन चला रहा है अमेरिका का शासन?

    बाइडेन की जो दिमागी हालत है तो उसके मद्देजनर सवाल है कि  अभी अमेरिका का शासन कौन चला रहा है? यह संदेह पहले से है कि सत्ता की कमान बाइडेन के हाथ में नहीं है। बल्कि उनके आसपास के लोग शासन चला रहे हैं। इन लोगों में न्यूकॉन्स (new conservatives) की भरमार है। ये लोग मिलिट्री इंडस्ट्रीयल कॉम्पलेक्स से नियंत्रित हैं। इसीलिए उन्होंने ऐसी नीतियां अपना रखी हैं, जो दुनिया को तेजी से तीसरे विश्व युद्ध के लिए ले जा रही हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से सवा चार महीने पहले दोनों प्रमुख उम्मीदवारों जो बाइडेन और डॉनल्ड ट्रंप के...

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