Monday

16-06-2025 Vol 19

NI Editorial

The Nayaindia editorial desk offers a platform for thought-provoking opinions, featuring news and articles rooted in the unique perspectives of its authors.

आंदोलन मैनेज हो गया?

नौ जून को आंदोलन का प्रस्तावित कार्यक्रम स्थगित हो चुका है, तो दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने आरोपी बृजभूषण शरण सिंह से उनके घर जाकर पूछताछ की है।

सवाल सुरक्षित यात्रा का

दिसंबर 2022 में संसद में पेश की गई रिपोर्ट में कहा गया कि इन दुर्घटनाओं का एक प्रमुख कारण रेलवे पटरियों पर रखरखाव की कमी है।

भागलपुर का पुल

भारत के लिए ना तो ट्रेनों का पटरी से उतरना कोई असामान्य घटना है, ना निर्माणाधीन या बन चुके पुलों का गिरना।

भारत आकर क्यों घिरे?

नेपाल के विपक्षी दलों के साथ-साथ बुद्धिजीवियों और मीडिया का एक बड़ा हिस्सा भी प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल को घेरने में जुट गया है।

रेल दुर्घटनाः जवाबदेही है ही नहीं!

ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना की जांच सीबीआई को सौंपने की खबर अगर बहुत से लोगों के गले नहीं उतरी है, तो उसका कारण है।

नीतिगत अस्थिरता ठीक नहीं

ऊंचे शुल्क की वजह से इन उत्पादों की देश में कमी हो गई और सौर परियोजनाओं का काम धीमा पड़ गया।

सरकार की यह कैसी नैतिकता?

सरकार अब तक इस मामले में अपेक्षित फुर्ती दिखाने में नाकाम रही है, इसलिए उसके नैतिक मानदंडों पर प्रश्न खड़े करना लाजिमी हो गया है। सवाल यही है कि...

भारत-चीनः सूचना आवाजाही पर रोक

चीन ने बीते हफ्ते आरोप लगाया कि भारत सरकार ने चीनी पत्रकारों के वीजा की अवधि बेवजह ही कम कर दी और मई 2020 के बाद से वीजा जारी...

भारत के लिए मौसम होगा बड़ी चुनौती

एक ताजा शोध में कहा गया है कि अगर दुनिया का तापमान बढ़ता रहा, तो सबसे ज्यादा असर भारत पर होगा।

बेरोजगारी है विकराल, गंभीर बने!

भारत सरकार के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में वेतनभोगी महिला कर्मियों की संख्या दो साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है।

एवरेस्ट भी जलवायु परिवर्तन का मारा!

इंसान ने 70 साल पहले दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर विजय पताका फहराई थी। लेकिन अब वहा भी जलवायु परिवर्तन का संकट है।

भारत असेंबलिंग करेगा या उत्पादन?

भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने उचित ही इस बारे में बनी धारणाओं को लेकर आगाह किया है। उन्होंने कहा है कि असल में भारत मैनुफैक्चरिंग...

कब शांत होगा मणिपुर?

मणिपुर में महीने भर से जारी हिंसा और आगजनी के बीच आखिरकार गृह मंत्री अमित शाह ने चार दिन का राज्य का दौरा शुरू किया है।

विवाद ना उठें, तो बेहतर

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल की बुधवार से शुरू हो रही भारत कई मायनों में बेहद अहम है।

यह एक नई मुश्किल

इनसान ने अपने अनुभव और बार-बार के परीक्षणों से एक महत्त्वपूर्ण ज्ञान हासिल किया, उनमें एक मौसम का अनुमान लगाना शामिल है। यह ज्ञान कभी दोषमुक्त नहीं रहा।

टूटती सहमतियां, बंटती धारणाएं

नई दिल्ली रविवार को दो तरह की कहानियां का गवाह बना। एक तरफ भव्यता और कुछ बड़ा हासिल कर लेने के गर्व का नजारा था।

संसद सबका गौरव है

सत्ताधारी दल के समर्थकों का बड़ा वर्ग भले संसद भवन पर गर्व करे, लेकिन विपक्ष समर्थक और बहुत से निष्पक्ष लोगों के लिए ऐसा करना फिलहाल संभव नहीं हुआ...

जर्मन अर्थव्यवस्था में मंदी

जर्मनी की विशेषता यह है कि अभी भी उसकी अर्थव्यवस्था में उत्पादक उद्योग का महत्त्वपूर्ण हिस्सा कायम है।

ध्यान भटकाने का उपाय

भारत में जरूरत स्कूल सहित हर स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की है। शिक्षा देने  वाले या पाने वाले सीखने-सिखाने के दौरान क्या पहनते हैं, यह एक प्रासंगिक...

सौ साल का विवेक

हेनरी किसिंजर की यह बात गौर करने लायक है कि दुनिया में आज हालात ठीक वैसे हैं, जैसे प्रथम विश्व युद्ध के पहले थे।

गोलबंद होते सियासी मूड

यह बात लगभग पूरे भरोसे के साथ कही जा सकती है कि देश में भाजपा और उसके विरोध में जनमत अपेक्षाकृत अधिक सघन रूप ग्रहण कर रहा है।

दूरगामी महत्त्व का सहयोग

यूरेशियन इकॉनमिक यूनियन (यूएईयू) का ब्रिक्स और एससीओ से अंतर्संबंध बनाने के  प्रयास के दूरगामी परिणाम हो सकते हैँ।

भारत की अपनी जब गलती

लद्दाख के देपसांग क्षेत्र में चीन के साथ चल रही सैनिक कमांडरों की पिछली बैठक में चीन ने वहां 15 किलोमीटर का बफर जोर बनाने की मांग की।

धनी जी-7 गरीब देशों की सुने भी

यह बात तमाम विकासशील देशों को सुनने में बहुत अच्छी लगेगी।

जिस जी-20 का हल्ला है!

भारत में जी-20 की मेजबानी मिलने का बड़ा शोर है। यह दीगर बात है कि ऐसे समूहों की मेजबानी उसके सदस्य हर देश को रोटेशन से मिलती है।

गारंटियां ठीक हैं, लेकिन…

कांग्रेस ने अपने चुनावी वायदे के मुताबिक सरकार बनने पर पहली कैबिनेट बैठक में पांच गारंटियां पर अमल की मंजूरी दे दी।

यह संविधान से टकराव है

सवाल यह है कि किसी संवैधानिक प्रावधान या कानून की व्याख्या का अधिकार किसे है? भारतीय संविधान ने यह हक सुप्रीम कोर्ट को दिया है।

प्रतिबंध या रस्म-अदायगी?

जब जी-7 के देश अपनी शिखर बैठक के लिए जुटे, तो उन्हें यह जरूरी महसूस हुआ कि वे रूस पर कुछ नए प्रतिबंधों का एलान करें।

जब हित मिलते ना हों

भारत सरकार के तीन मंत्री इस वार्ता में भाग लेने के लिए ब्रसेल्स पहुंचे। वहां भारत-ईयू व्यापार और तकनीक परिषद की बैठक शुरू हुई है।

भगदड़ में भी आगे!

एक और ऐसे इंडेक्स में भारत सबसे ऊपर आया है, जहां अपना नाम देखना कोई देश नहीं चाहेगा।

फिर चुनाव का क्या मतलब?

थाईलैंड में संसद के निचले सदन का आम चुनाव हुआ। लेकिन अब वहां आशंकाएं गहरा रही हैं कि जनादेश में जो बदलाव की इच्छा दिखी, असल में वह बदलाव...

जब घर कमजोर हो

जो बाइडेन के सामने एशिया-प्रशांत यात्रा में कटौती की मजबूरी उसके घरेलू संकट की वजह आई है। अमेरिका का कर्ज सीमा संकट नाजुक मोड़ पर पहुंचता हुआ नजर आ...

ये जो सूरत-ए-हाल है!

निर्यात और आयात दोनों में अप्रैल में भारी गिरावट आई। निर्यात में 12 प्रतिशत और आयात में 14 प्रतिशत गिरावट आई।

कार्यबल में घटती महिलाएं

विश्व बैंक के मुताबिक भारत में औपचारिक और अनौपचारिक कार्यबल में महिलाओं की हिस्सेदारी साल 2005 में 27 फीसदी थी, जो 2021 में घटकर 23 फीसदी रह गई।

चुभती हुई हकीकतें

चीन के साथ पश्चिम के बढ़ते टकराव के साथ ही पश्चिमी मीडिया ने भारत के आर्थिक विकास के मामले में अगला हॉट स्पॉट होने का गुब्बारा खूब फुला रखा...

ये नतीजे जो बताते हैं

कर्नाटक विधानसभा के चुनाव परिणाम से ना सिर्फ कांग्रेस, बल्कि पूरे भाजपा विरोधी खेमे का उत्साहित होना लाजिमी है।

जब ब्रिटेन में यह हाल

ब्रिटेन में गिग वर्करों पर हुए एक अध्ययन से अर्थव्यवस्था के इस क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों की जैसी दुर्दशा सामने आई है

अगर राजनीतिक साहस हो

भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय की सलाहकार समिति ने एक उचित सिफारिश की है।

कहानियों का बंटते जाना

फिल्म केरला स्टोरी पर जिस तरह की राजनीतिक प्रतिक्रिया हुई है, उससे एक बार फिर इसी बात की पुष्टि होती है कि भारत में हर कथानक दो खेमों में...

इस मोर्चाबंदी से सावधान

चीन-पाकिस्तान की सैन्य रणनीति में समरूपता बैठाने की कोशिशों के बीच अब टू फ्रंट वॉर की बात बेमायने हो गई है।

पाकिस्तान उबल पड़ा है

पाकिस्तान की राजनीति के किसी पर्यवेक्षक के मन इस बात को लेकर संभवतः कोई संदेह नहीं होगा कि इमरान खान की लोकप्रियता उनकी अपनी पार्टी के दायरे से काफी...

चीन के पसरते पांव

चीन ने अपनी मध्यस्थता कूटनीति को और आगे बढ़ाया है। उसका दावा है कि इस्लामाबाद में चीन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की हुई बातचीत से त्रिपक्षीय सहयोग...

मुद्दा रुपये की ताकत का

अनेक देशों के साथ रुपये में भुगतान के लिए करार हुआ है और उसका सिस्टम भी बन गया है। लेकिन असल में भुगतान हो नहीं रहा है। कारण बहुत...

जीवन से ये हताशा क्यों?

अजीब खबर इसलिए अजीब महसूस होती है, क्योंकि इसका संबंध दुनिया के सबसे धनी देशों से है। आम तौर पर समझा यही जाता है कि उन देशों में लोग...

जंतर-मंतर का अखाड़ा

अब जंतर-मंतर सिर्फ विपक्षी राजनेताओं का ही नहीं, बल्कि किसानों और खाप पंचायत समेत तमाम तरह के सामाजिक संगठनों की गोलबंदी का भी केंद्र बन गया है।

भटके विमर्श का नतीजा

आदिवासी संगठनों का कहना है कि ऐसा होने पर मैतेयी समुदाय उसकी जमीन और संसाधनों पर कब्जा कर लेगा।

अजीब किस्म की कूटनीति

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में भाग लेने आए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बेशक करारा जवाब दिया।

और बदरंग हुआ चेहरा

इस बार विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर जारी हुए प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत का चेहरा कुछ और बदरंग दिखा है।