Sunday

15-06-2025 Vol 19

NI Editorial

The Nayaindia editorial desk offers a platform for thought-provoking opinions, featuring news and articles rooted in the unique perspectives of its authors.

विपक्ष के गड़बड़ाते समीकरण?

एनसीपी की अंदरूनी घटनाओं से अगर किसी एक पार्टी को सबसे ज्यादा राहत मिलेगी, तो वह भाजपा है।

आमूल बदलाव के संकेत

वैसे यह सच है कि चीन की कुछ नीतियां ही युवान के अंतरराष्ट्रीयकरण की राह में बाधक हैं।

सीमित लोगों के लिए

कोई समाज कितना सभ्य है, इसे मापने का एक पैमाना यह माना जाता है कि वहां मतभेद या विवादों को किस तरह से हल किया जाता है।

पहलवानों का ‘राजनीतिक’ संघर्ष

चैंपियन पहलवानों का यौन शोषण के खिलाफ संघर्ष का केंद्र बना नई दिल्ली का जंतर-मंतर अब एक सरकार विरोधी राजनीतिक मंच बनता जा रहा है।

ऐसा विकास किस काम का?

सीडीसी हर दो साल पर यूथ रिस्क बिवेवियर सर्वे करता ह। उसमें नौजवानों से उनकी यौन गतिविधियों, मादक पदार्थ सेवन और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े सवाल पूछे जाते हैँ।

खाई बहुत चौड़ी है

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चीन के रक्षा मंत्री ली शांगफू के साथ नई दिल्ली में हुई वार्ता का सार यही है कि आपसी रिश्ते को लेकर दोनों देशों...

नेपाल के प्रयोग पर नजर

नेपाल में एक ऐसा प्रयोग शुरू किया गया है, जिस तरफ ध्यान जाना लाजिमी बनता है। यह प्रयोग अगर सफल रहा, तो बेशक इसे कई देशों में अपनाया जाएगा।

भय के भरोसे बाइडेन

स्पष्ट है कि बाइडेन डॉनल्ड ट्रंप का भय दिखाने की रणनीति पर भरोसा करके मैदान में उतर रहे हैँ।

सवाल बेहद गंभीर है

बिहार सरकार ने आनंद मोहन सहित 27 सजायाफ्ता अपराधियों को रिहा करने का फैसला किया है।

इतना महंगा यूक्रेन युद्ध

यूक्रेन युद्ध का नशा वहां की सरकारों पर इतना छाया कि उन्होंने अपने लिए लाभ की उस स्थिति को भी छोड़ दिया, जो उन्हें दूसरे विश्व युद्ध के बाद...

तो सब ठीक-ठाक है!

भारत और चीन के कोर कमांडरों की 23 अप्रैल को चुशुल-मोल्दो बॉर्डर हुई बैठक के बाद चीन की तरफ से जारी बयान का सार यह है कि अब कहीं...

मोह-भंग और सही सबक

देश का नाम रोशन करने वाले पहलवान अभी कुछ ही समय पहले दिल्ली के जंतर-मंतर  पर धरना देने आए थे।

एक और स्वागतयोग्य पहल

सबको सेहत का अधिकार देने का कानून बनाने के बाद अब राजस्थान सरकार ने एक उतनी महत्त्वपूर्ण और पहल की है। स्वास्थ्य का अधिकार कानून पूरे देश में अपनी...

जमीन पर सुलगते जज्बात

श्रीलंका की सरकार दुनिया को यह संदेश देने की कोशिश में रही है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कर्ज की किस्तें मिलने के बाद देश में अब सब कुछ...

रहस्य तो कायम हैं

अब देखने की बात होगी कि क्या गिरफ्तारी के बाद राज्य से बहुत दूर भेजने के निर्णय से अमृतपाल का पंजाब में असर कमजोर होगा?

अब कोई परदादारी नहीं

अब सीधा खेल है। आप अगर सरकार के खिलाफ बोले, तो आपका कोई ना कोई कथित अपराध ढूंढ लिया जाएगा।

दक्षिण एशिया का पिछड़ापन

यह आज की दुनिया की हकीकत है कि आर्थिक या सामाजिक पिछड़ेपन की जो भी रिपोर्ट आती हो, उसमें दक्षिण एशिया की सूरत सबसे खराब उभरती है।

सर्वाधिक आबादी की चुनौती

पूरे ज्ञात मानव इतिहास में यह संभवतः पहली बार होने जा रहा है, जब भारत दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश बनेगा।

होम डिलीवरी का संकट

भारत में कोरोना काल के बाद से कई बड़ी कंपनियों ने दस-दस मिनट में घर के सामान और खाने की डिलीवरी वाली सेवाएं शुरू की।

नैतिक महत्त्व का फैसला?

विश्व व्यापार संगठन (डब्लूटीओ) ने भारत के खिलाफ फैसला दिया है। यूरोपीय संघ, जापान और ताइवान की एक याचिका पर ये फैसला आया।

एक फिजूल की बहस

समलैंगिक विवाह का मसला एक अत्यधिक और संभवतः जरूरत से ज्यादा महत्त्व पाने वाला विषय है।

बोया पेड़ बबूल का!

उत्तर प्रदेश में राजनीति का अपराधीकरण और एनकाउंटर राज अब भले अपने चरम बिंदु पर दिख रहा हो, लेकिन इसकी जड़ें बहुत पहले डाली गई थीं।

बीबीसी पर नया शिकंजा

यह धारणा तो पहले ही ठोस रूप ले चुकी है कि वर्तमान भारत को सरकार को अपने समर्थक तबकों के अलावा देश-दुनिया में किसी की निगाह में अपनी छवि...

कानून को अलविदा

अतीक अहमद को अंदेशा था कि अगर उसे उत्तर प्रदेश ले जाया गया, तो उसकी जान नहीं बचेगी।

ब्राजील-चीन की जुगलबंदी

ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा की चीन यात्रा का सार यह है कि दोनों देशों में तेजी से बदल रहे विश्व शक्ति-संतुलन के बीच एक किस्म...

सत्यपाल मलिक का धमाका

प्रधानमंत्री और भाजपा का आरोपों को नजरअंदाज कर मुद्दों को भटका देने का तरीका संभवतः इस मामले में कारगर नहीं होगा। बेहतर होगा कि वह सत्यपाल मलिक के दावों...

अमेरिकी साख पर बट्टा

अमेरिका के खुफिया सैन्य दस्तावेज लीक होने का विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। इस विवाद को मीडिया की सुर्खियों से हटाने की पूरी कोशिश जो बाइडेन प्रशासन...

नीतीश कुमार का मिशन

पहल का मकसद नेक है। इसके लिए अपनाई गई कसौटी भी तार्किक लगती है। लेकिन कांग्रेस के खिलाफ दो बार कारगर रही रणनीति इस बार भी सफल होगी, यह...

मैक्रों ने मचाई हलचल

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने चीन के बारे में यूरोपीय, बल्कि पश्चिमी सहमति को तोड़ते हुए जो कह दिया, उसके झटके से यूरोप में हलचल थम नहीं रही...

ये दो-टूक संदेश है?

भारतीय मीडिया में गृह मंत्री अमित शाह के अरुणाच प्रदेश में दिए गए बयान को चीन को दो-टूक संदेश के रूप में पेश किया गया है।

तमिलनाडु विधानसभा का जरूरी प्रस्ताव

तमिलनाडु विधानसभा ने एक प्रस्ताव पास किया है, जो राज्यपालों के कामकाज को देखते हुए बेहद जरूरी प्रतीत हो रहा है।

ईस्टर पर मोदी की अच्छी पहल

ईस्टर के मौके पर नरेंद्र मोदी दिल्ली के सैक्रेड हार्ट चर्च में गए, कैंडल सेरेमनी में हिस्सा लिया और देश की शांति और खुशहाली की प्रार्थना कर ईस्टर का...

रूसी तेल का कारोबार

यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूस अंतरराष्ट्रीय पाबंदियों का शिकार बना है और एक समय ऐसा लग रहा था जैसे उसकी पूरी अर्थव्यवस्था बिखर जाएगी।

सरकार फैक्ट चेक करेगी

यह विशुद्ध रूप से खबर को नियंत्रित करने का प्रयास है। यह प्रत्यक्ष रूप से खबरों को सेंसर करने का प्रयास है।

रिमोट ईवीएम योजना पर रोक

यह अच्छी बात है कि चुनाव आयोग ने विपक्षी पार्टियों की ओर से उठाए गए सवालों पर विचार किया है और रिमोट वोटिंग मशीन के इस्तेमाल को टाल दिया...

नाम में जो रखा है

भारत ने यह उचित कहा है कि अरुणाचल प्रदेश में 11 जगहों के नाम बदलने के चीन के एलान से हकीकत में कुछ नहीं बदलेगा।

इस झटके से सीखें

केंद्रीय एजेंसियों की विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई के मामले में सुप्रीम कोर्ट जाने की 14 विपक्षी दलों की साझा रणनीति आरंभ से समस्याग्रस्त थी।

गहराते जा रहे हैं दाग

अमेरिका से चिंताजनक खबर आई कि अमेरिका में एक भारतीय आईड्रॉप से आठ लोगों की आंखों की रोशनी चली गई और तीन लोगों की जान जा चुकी है।

घटते रसूख की मिसाल

तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक+ ने अमेरिका को झटका दिया है। ओपेक में प्रमुख देश सऊदी अरब है।

आम रुझान के विपरीत

इलेक्ट्रिक वाहनों के दौर में अगर किसी शहर के निवासी इन वाहनों पर रोक लगाने के पक्ष में मतदान करें, तो स्वाभाविक है कि उसकी तरफ सबका ध्यान खिंचेगा।

यह सरकारी नीति है?

अगर देश में भ्रष्टाचार की समझ पर सहमति होती और उसके खिलाफ सरकार की लड़ाई पर सबको भरोसा होता

मानव अधिकारों की चिंता

वित्तीय संकट में फंसे किसी देश को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) जैसी सख्त शर्तों पर ऋण देता है, वह पहले से काफी विवादास्पाद रहा है।

थोड़े दिन की सुविधा

ये दोनों बातें एक ही दिन हुईं। रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने अपने देश की विदेश नीति का कॉन्सेप्ट दस्तावेज जारी किया, जिसमें चीन और भारत को रूस...

हिंदुओं की भी किसे फिक्र?

रामनवमी के मौके पर मुस्लिम विरोधी तेवर कुछ इस कदर हावी हुए कि उसी रोज हिंदुओं के साथ क्या हुआ, इस बात पर सोचने की फिक्र किसी को नहीं...

डिग्री मांगना जुर्म है!

गुजरात हाई कोर्ट का फैसला हैरान करने वाला है। यह तथ्य गौरतलब है कि प्रधानमंत्री की शैक्षिक डिग्री मांगने के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हाई कोर्ट...

भूटान आखिर क्यों छिटका?

क्या भूटान भी भारत से दूरी बना कर चीन के पाले में जा रहा है? यह सवाल वैसे अब जाकर चर्चित हुआ है, लेकिन ऐसे संकेत काफी समय से...

न्यायपालिका की फटकार

कभी न्यायिक टिप्पणियों को सरकार की जवाबदेही तय करने का एक प्रमुख माध्यम समझा जाता था।

मनरेगा मजदूरी का सवाल

महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) मौजूदा सरकार की कभी प्राथमिकता नहीं रहा।