भारतीय शेयर बाजार गुरुवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में बंद हुआ। दिन के अंत में सेंसेक्स 592.67 अंक या 0.70 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 84,404.46 और निफ्टी 176.05 अंक या 0.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,877.85 पर था।
लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप में मिलाजुला कारोबार हुआ। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 52.80 अंक या 0.09 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 60,096.25 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 17.85 अंक या 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,469.70 पर था।
सेक्टोरल आधार पर ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक,फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, मीडिया, प्राइवेट बैंक, इन्फ्रा, कमोडिटी और सर्विसेज लाल निशान में बंद हुए। रियल्टी और एनर्जी हरे निशान में बंद हुआ।
सेंसेक्स पैक में एलएंडटी, बीईएल, अल्ट्राटेक सीमेंट, मारुति सुजुकी, अदाणी पोर्ट्स,टाइटन और टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल गेनर्स थे। भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, एमएंडएम, एचडीएफसी बैंक, बजाज फिनसर्व, एचयूएल, एनटीपीसी और ट्रेंट लूजर्स थे।
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एसबीआई सिक्योरिटीज के टेक्निकल और डेरिवेटिव्स रिसर्च के प्रमुख सुदीप शाह ने कहा कि निफ्टी सत्र के दौरान 25,900 के नीचे बंद हुआ। इसकी वजह अमेरिका के फेडरल रिसर्व चेयर जेरोम पॉवेल की ओर से ब्याज दर कटौती को लेकर नकारात्मक बयान देना है, जिससे और लंबे समय तक ब्याज दरों के उच्च स्तर पर बने रहने की संभावना है।
उन्होंने आगे कहा कि निफ्टी के लिए 25,800 और 25,750 एक अहम सपोर्ट जोन के रूप में कार्य कर रहा है, जबकि 26,030-26,050 एक रुकावट का स्तर है।
भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई थी। सुबह करीब 9 बजकर 40 मिनट पर सेंसेक्स 355.57 अंक या 0.42 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,641.56 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी 113.65 अंक या 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,940.25 स्तर पर बना हुआ था।
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