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23-03-2025 Vol 19

अमन की उम्मीद बढ़ी

Israel Hamas Ceasefire: लेबनान में हिज्बुल्लाह के कमजोर पड़ने और सीरिया में बदले समीकरणों के बाद हमास के लिए भी प्रतिकूल परिस्थितियां बनी हैं। इसके मद्देनजर लगभग उसी प्रारूप पर दोनों पक्ष सहमत हुए हैं, जिन पर पिछले वर्ष भी वे समझौते के करीब पहुंचे थे।

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मध्यस्थों ने एलान किया है कि इजराइल और हमास गज़ा में युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। हालांकि समझौते को अभी इजराइली कैबिनेट की मंजूरी मिलनी बाकी है, फिर भी इस घोषणा से गज़ा में साढ़े 15 महीनों से जारी मानव-संहार के रुकने की संभावना बनी है।

हालांकि मध्यस्थता प्रयासों में अमेरिका के साथ-साथ कतर और मिस्र भी शामिल थे, मगर इस नई सूरत का श्रेय अधिकांशतः निर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को जाएगा।

खबरों के मुताबिक ट्रंप अपने ह्वाइट हाउस में प्रवेश से पहले गज़ा में लड़ाई रोकने के वादे पर अडिग थे। यह दो टूक संदेश उन्होंने अपने विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के जरिए इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को भेजा।

इजराइल के चरमपंथी समूह ऐसे किसी समझौते पर राजी नहीं थे। उनकी राय में इस युद्ध के जरिए इजराइल को पूरे फिलस्तीनी इलाकों पर नियंत्रण करने का लक्ष्य पूरा करने के बाद ही लड़ाई रोकनी चाहिए थी।

ट्रंप के सख्त रुख के आगे…

नेतन्याहू सरकार के लिए उन समूहों का राजनीतिक समर्थन महत्त्वपूर्ण है, फिर भी ट्रंप के सख्त रुख के आगे उन्हें युद्धविराम पर राजी होना पड़ा।

उधर लेबनान में हिज्बुल्लाह के कमजोर पड़ने और सीरिया में बदले समीकरणों के बाद हमास के लिए भी प्रतिकूल परिस्थितियां बनी हैं।

इन नए हालात के मद्देनजर लगभग उसी प्रारूप पर दोनों पक्ष सहमत हो गए हैं, जिन पर पिछले मई में भी वे समझौते के करीब पहुंचे और जुलाई में ऐसा होने की फिर उम्मीद जगी थी।

फिलहाल सहमति यह है कि युद्धविराम का पहला चरण 42 दिन का होगा, जिस दौरान बंधकों की अदला-बदली होगी। इसी दौरान दूसरे चरण की शर्तों को अंतिम रूप दिया जाएगा।

तीसरे चरण में दो से पांच वर्षों की अवधि में गज़ा में पुनर्निर्माण के कार्य होंगे। इसके लिए बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय सहायता भेजी जाएगी, जिसे मध्यस्थ देश सुनिश्चित करेंगे।

मगर 1993 के ओस्लो समझौते में इजराइल के साथ-साथ संप्रभु फिलस्तीन बनाने पर भी रजामंदी हुई थी। उस बारे में कोई बात ताजा समझौते में नहीं है।

इसलिए इसके स्थायी होने पर सवाल कायम हैं। वैसे अभी गज़ा में विध्वंस रुके, तो वह कम राहत की बात नहीं होगी।(Israel Hamas Ceasefire)

NI Editorial

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