झारखंड के गढ़वा जिले में बालू तस्करों द्वारा बीडीओ को ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश के मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। घटना को लेकर झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन के राज में ईमानदारी की सजा मौत है।
उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन से पूछा कि अब बीडीओ श्रवण कुमार की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा? पुलिस जब माफिया और गुंडों का साथ देगी तो आमजन की सुरक्षा कौन करेगा? जब सरकार के अधिकारी ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता आपसे सुरक्षा की क्या उम्मीद रखे?
बाबूलाल मरांडी ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”हेमंत सोरेन के राज में ईमानदारी की सजा मौत है। अधिकतर सरकारी अफसरों को इन्होंने रिश्वतखोरी और तानाशाही का रास्ता दिखा दिया है, लेकिन जो ईमानदार बचे हैं, वे अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करने को मजबूर हैं।
Also Read : इस्लामाबाद में आतंकी हमले से आगबबूला हुआ पाकिस्तान
गढ़वा जिले के उंटारी रोड में बीडीओ श्रवण कुमार अवैध बालू खनन की जांच करने गए, तो खनन माफिया द्वारा उन्हें ही ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश की गई, जिसमें बीडीओ और उनकी टीम बाल-बाल बची। सूचित करने के काफी समय बाद पुलिस घटनास्थल पर तो पहुंची लेकिन आरोपियों पर कार्रवाई करने से ही इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, ”हेमंत सोरेन जी, अब बीडीओ श्रवण कुमार की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा? पैसे की भूख ने इस सरकार की संवेदनाएं और पुलिस के कर्तव्यबोध का गला घोंट दिया है।
यह घटना सोमवार देर रात पलामू जिले के उंटारी रोड थाना क्षेत्र के सीढा गांव में हुई। बीडीओ श्रवण भगत (कुमार) अवैध बालू उठाव रोकने के लिए अपनी टीम के साथ इलाके में निरीक्षण पर निकले थे। इसी दौरान उन्होंने बिना नंबर वाले एक ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की, लेकिन चालक ने रफ्तार बढ़ा दी और ट्रैक्टर सीधे अधिकारियों की ओर मोड़ दिया। अधिकारी और उनकी टीम किसी तरह बच गए, जबकि ट्रैक्टर पास की झोपड़ी में जा घुसा, जिससे वहां बंधे मवेशी घायल हो गए।
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और देर रात स्थिति को नियंत्रित किया। मंगलवार सुबह बीडीओ और थाना प्रभारी ने मिलकर घटनास्थल का दोबारा निरीक्षण किया। पुलिस का दावा है कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
Pic Credit : ANI


