Uttrakhand Flood: देशभर में मानसून का बारिश ने त्राहि-त्राहि मचा रखी है. पहाड़ों से लेकर मैदानों तक सभी इलाके जलमग्न हो रखे है. पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन, बादल फटने की घटनाएं बहुत ज्यादा हो रही है. हिमाचल में भी 3 जगहों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आई है. उत्तराखंड के टिहरी में भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि नौताड़ तोक में एक होटल बह गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई. उत्तराखंड और हिमाचल में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दे रखी थी. चारधाम जाने वाले यात्रियों के अलर्ट किया हुआ था.
बाबा की कृपा से सब ठीक है जल स्तर बड़ा है फिर भी सावधानी बरतें प्रशासन के सहयोग से चलें उनके निर्देशों का पालन करें।
बाबा केदार सभी श्रृद्धालुओं, स्थानीय लोगों, प्रसासनिक लोगों एवं समस्त चरा चर की रक्षा करेगें विश्वास रखें🕉️🪔🙏🚩#Kedarnath pic.twitter.com/sybJpp2mEY
— श्री केदारनाथ (@ShriKedarnath) July 31, 2024
वहीं चारधाम यात्रा पर केदारनाथ धाम गए करीब 200 यात्री फंस गए. इनको निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. टिहरी में होटल बहने से 3 लोग लापता हो गए. रेस्क्यू के दौरान मालिक और उनकी पत्नी का शव घटनास्थल से 100 मीटर दूरी पर बरामद कर लिया गया. वहीं, बेटा अभी भी लापता है. कुछ दिन पहले ही यमुनोत्री धाम में अत्यधिक बारिश से बाढ़ आ गई थी, जिससे मंदिर और आसपास के इलाके में नुकसान पहुंचा था. उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों के लिए बारिश आफत बन गई है. बुधवार रात टिहरी के भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में बादल फटने से तबाही मच गई. अचानक पहाड़ के ऊपर से आया पानी एक होटल को बहा ले गया. वहीं कई पशु भी उसी पानी में बहते चले गए. हादसे के समय होटल में कोई यात्री नहीं था.
केदारनाथ मंदिर को खाली करवाया गया
तेज हवाओं के साथ तेज बारिश ने कई पहाड़ी नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है. केदारनाथ धाम में भारी बारिश से भीमबली में एमआरपी के पास 20 से 25 मीटर पैदल रास्ता क्षतिग्रस्त होने से रास्ते में बड़े-बड़े बोल्डर आ गए हैं. 200 यात्रियों को भीमबली GMVN में सुरक्षित रोका गया है. वहीं मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने के करण मंदिर को पूरी तरह से खाली करवा दिया गया है. वहीं सोनप्रयाग में नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पार्किंग खाली करा दी गई है. यहां कोई जनहानि नहीं हुई है.
CM धामी ने आपदा सचिव से ली जानकारी
बादल फटने और भारी बारिश के बीच हो रही घटनाओं से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संवेदनशील क्षेत्रों की मॉनिटरिंग की. CM धामी ने देर रात सचिव आपदा से भी जानकारी ली. वहीं उत्तराखंड क्षेत्रीय मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए राज्य के सात जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. यह अलर्ट बीते मंगलवार रात से ही था. मौसम विभाग की तरफ से अलर्ट जारी करते हुए बताया गया कि देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, हरिद्वार, उधम सिंह नगर और चंपावत जिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी से बहुत भारी होने की संभावान है. पहाड़ी इलाकों में रह रहे लोग अभी से सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं.
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