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एक दिन में 3000 नए केस!

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की तीसरी लहर समाप्त होने के बाद कई बार नए केसेज में उतार चढ़ाव देखने को मिला। लेकिन पहली बार लगातार दो हफ्ते से नए केसेज में बढ़ोतरी हो रही है और अब छह महीने के बाद एक दिन में तीन हजार से ज्यादा नए केस मिले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार की सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 3,016 नए केस मिले हैं और 14 संक्रमितों की मौत हुई है। कई महीने के बाद कोरोना से मौत का आंकड़ा दहाई में पहुंचा है।

सरकार के आंकड़ों के मुताबिक एक अक्टूबर के बाद पहली बार 24 घंटे में संक्रमितों का आंकड़ा तीन हजार से ऊपर गया है। पिछले साल एक अक्टूबर को 3,375 केस मिले थे इसके छह महीने के बाद बुधवार यानी 29 मार्च को कोरोना के तीन हजार से ज्यादा नए केस आए। बुधवार को 1,396 कोरोना मरीज ठीक हुए, जबकि 14 संक्रमितों की मौत हो गई। देश में एक्टिव केसेज की संख्या लगातार बढ़ते हुए 12,589 पहुंच गई है।

कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही संक्रमण दर में भी तेजी दर्ज की जा रही है। ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक रोजाना क संक्रमण दर 2.73 फीसदी हो गई है। इसका मतलब है कि हर एक सौ टेस्ट पर करीब तीन मरीज संक्रमित मिल रहे हैं। इससे एक दिन पहले मंगलवार को रोजाना की संक्रमण दर 1.51 फीसदी थी। एक दिन में इसमें एक फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक केरल, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में बुधवार को देश के कुल नए केस के 70 फीसदी केस मिले। केरल में 686, महाराष्ट्र में 483, गुजरात में 401, दिल्ली में तीन सौ और हिमाचल में 255 नए संक्रमित मिले हैं। महाराष्ट्र में तीन लोगों की मौत हुई। दिल्ली में दो, जबकि हिमाचल प्रदेश में एक व्यक्ति ने जान गंवाई है। केरल और गुजरात में बुधवार को किसी की मौत नहीं हुई।

इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को अधिकारियों और विशेषज्ञ डॉक्टरों की इमरजेंसी मीटिंग बुलवाई। बताया जा रहा है कि इसमें कोरोना से निपटने के उपायों पर चर्चा हुई। इस बीच महाराष्ट्र के कई अस्पतालों में कोरोना वार्ड खुलने लगे हैं। केंद्र सरकार ने भी सभी राज्यों को निर्देश भेजे हैं। सरकार ने 10 और 11 अप्रैल को मॉक ड्रिल का फैसला किया है, जिसमें कोरोना से निपटने की तैयारियों की समीक्षा होगी और दवाओं से लेकर उपकरणों की उपलब्धता का आकलन होगा।

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