नई दिल्ली। पहलवानों के पक्ष में रविवार को जंतर-मंतर (Jantar Mantar) पर प्रदर्शन (Protest) करने के किसानों के आह्वान से पहले दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सुरक्षा कड़ी कर दी है और सभी एंट्री प्वाइंट्स (Entry Points) पर बैरिकेड्स (Barricades) लगा दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर दिल्ली पुलिस ने करीब 300 पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया है। बाहरी दिल्ली में पुलिस ने 200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है और टीकरी बॉर्डर (Tikri Border) पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है जो बहादुरगढ़ (Haryana) से जुड़ता है। वे फरीदाबाद-दिल्ली बॉर्डर (Faridabad-Delhi Border) और गाजियाबाद-दिल्ली बॉर्डर (Ghaziabad-Delhi Border) पर सभी वाहनों पर भी नजर रख रहे हैं।
दिल्ली पुलिस किसी भी सीमा से किसी भी ट्रैक्टर और ट्रॉली को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश नहीं करने देगी। सिंघु बॉर्डर पर पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए बालू से भरे डंपर भी तैनात किए हैं। सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस जवानों को तैनात किया गया है और पुलिस ने बैरिकेड्स की कई कतारें बना दी हैं। जंतर मंतर पर पहलवानों के विरोध में पंजाब (Punjab) और हरियाणा (Haryana) के किसानों के शामिल होने की उम्मीद है। पुलिस ने कहा, किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस द्वारा एहतियाती कदम उठाए गए हैं। हम कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखना चाहते हैं। एक सूत्र ने कहा कि ऐसा त्वरित कार्रवाई करने के लिए किया गया है।
अगर बार्डर को अचानक बंद करना पड़ा तो आगे डंपर लगाकर रास्ता बंद किया जा सकता है। सूत्र ने कहा, चूंकि बड़ी संख्या में ट्रैक्टर और अन्य वाहनों के आने की उम्मीद है, पुलिस के लिए उन्हें रोकना एक चुनौती होगी और इसलिए ये सभी तैयारियां की जा रही हैं। हालांकि पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए हैं, लेकिन सिंघु बॉर्डर पर ट्रैफिक सुचारू है। दिल्ली में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति पर पुलिस नजर रख रही है। सिंघु बॉर्डर नेशनल हाईवे 44 (National Highway-44) पर है, जो दिल्ली (Delhi) को हरियाणा (Haryana), पंजाब (Punjab), हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से जोड़ता है और इसलिए अगर किसान यहां ट्रैक्टर से पहुंचते हैं, तो इससे बड़े पैमाने पर यातायात और कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है। संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में किसानों ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को समर्थन देने की घोषणा की है और भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है, जिनपर महिला एथलीटों ने यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment) का आरोप है, इसमें एक नाबालिग भी शामिल है। डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने आरोपों को खारिज करते हुए मामले को राजनीति से प्रेरित बताया है। (आईएएनएस)