बेंगलुरू। कर्नाटक में कांग्रेस की नई बनी सरकार पाठ्यक्रम में बदलाव करने जा रही है। इसे लेकर भाजपा के साथ उसकी ठन गई है। भाजपा को लग रहा है कि कांग्रेस की सरकार स्कूलों के पाठ्यक्रम से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी आरएसएस के संस्थापक डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार से जुड़ा अध्याय हटा सकती है। बताया जा रहा है कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। हालांकि सरकार ने कहा है कि वह पुरानी किताबें वापस लेने नहीं जा रही है।
इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा कि सिलेबस में बदलाव के अलावा आरएसएस और भाजपा से जुड़े संगठनों को दिए गए जमीनों की भी जांच भी करवाई जाएगी। राव ने शुक्रवार को कहा- हमारे पास ऐसे लोगों की कहानियां होनी चाहिए, जिन्होंने वास्तव में राष्ट्र के निर्माण में योगदान दिया है। उन्होंने भाजपा पर तंज करते हुए कहा- भाजपा ने अपने वैचारिक मुद्दों को स्कूलों के सिलेबस में डालने की कोशिश की है, जो सही नहीं है। इसलिए हमारी सरकार इसमें सुधार करेगी।
दूसरी ओर कांग्रेस के मंत्रियों के बयान पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि स्कूली सिलेबस से हेडगेवार का चैप्टर हटाना राज्य के युवाओं के साथ अन्याय होगा। इससे पहले कर्नाटक के शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने कहा कि इसी साल से स्कूली किताबों का सिलेबस बदला जाएगा। बदलाव बच्चों बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। कांग्रेस ने चुनावी घोषणापत्र में ही इसका जिक्र किया था। गौरतलब है कि मधु बंगारप्पा घोषणापत्र समिति के उपाध्यक्ष थे। उन्होंने कहा- किताबों में क्या बदलाव करने हैं, टेक्निकल कमेटी की ओर से अभी तक इसके लिए कोई सिफारिश नहीं मिली हैं। समिति से जो सिफारिश मिलेगी उस पर कैबिनेट चर्चा करेगी। इस प्रक्रिया में 10 से 15 दिन लगेंगे। हम कोशिश कर रहे हैं कि यह काम जल्दी हो जाए।