श्रीनगर। राहुल गांधी ने रविवार को श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया और इसके साथ ही पांच महीने से चल रही उनकी भारत जोड़ो यात्रा समाप्त हो गई। राहुल ने कड़ी सुरक्षा के बीच श्रीनगर में लाल चौक के ऐतिहासिक घंटाघर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। वे सुरक्षाकर्मियों की गाड़ी से ही लाल चौक पर पहुंचे थे। सुरक्षा खतरे को देखते हुए लाल चौक का कार्यक्रम बहुत छोटा रखा गया था। वे सिर्फ 10 मिनट वहां रूके और झंडा फहराने के बाद वहां से रवाना हो गए। गौरतलब है कि पहले कांग्रेस की ओर से कहा गया था कि राहुल लाल चौक पर झंडा नहीं फहराएंगे क्योंकि लाल चौक पर तिरंगा फहराना आरएसएस का एजेंडा है। पर बाद में कांग्रेस ने इरादा बदल दिया।
बहरहाल, रविवार को तिरंगा फहराने के लिए घंटाघर की ओर रवाना होने से पहले राहुल ने सोनावर में यात्रा से 30 मिनट का विश्राम लिया और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मौलाना आज़ाद रोड स्थित मुख्यालय पहुंचे। फिर वहां से वे लाल चौक गए। वहां झंडा फहराने के दौरान उनकी की बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के नेता भी मौजूद थे।
दस मिनट के इस कार्यक्रम के लिए सुरक्षा व्यवस्था बेहद पुख्ता थी। लाल चौक की तरफ जाने वाली सभी सड़कों को शनिवार रात से ही सील कर दिया गया था और वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई थी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के लाल चौक पर ध्वजारोहण के लिए सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए दुकानों, व्यापारिक प्रतिष्ठान और साप्ताहिक पिस्सू बाजार को बंद कर दिया गया था। राहुल की यात्रा बुधवार को कश्मीर घाटी में पहुंची थी लेकिन शुक्रवार को सुरक्षा चूक की वजह से काजीगुंड में यात्रा रोक दी गई थी।
लाल चौक पर तिरंगा फहराने के बाद राहुल गांधी ने शाम को एक प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें उन्होंने कहा- आर्टिकल 370 पर हमारा स्टैंड क्लियर है, हम जम्मू कश्मीर में पहले की तरह राज्य की व्यवस्था की बहाली चाहते हैं। इसमें लद्दाख भी शामिल है। हमारी वर्किंग कमेटी में इसकी चर्चा हुई है, इसके दस्तावेज दिखा दूंगा। उन्होंने आगे कहा- भाजपा का कहना था कि 370 हटने के बाद यहां सब ठीक हो गया है, लेकिन यहां टारगेट किलिंग हो रही है। लोगों में डर का माहौल है। अगर सब कुछ ठीक है तो अमित शाह जम्मू से श्रीनगर तक पदयात्रा करके दिखाएं।
उन्होंने अपने परिवार की पृष्ठभूमि बताते हुए कहा- मेरा परिवार कश्मीर से ही निकला है। मेरे पूर्वज यहीं के है। मुझे महसूस हो रहा था कि मैं घर जा रहा हूं। विपक्ष की एकता के सवाल पर उन्होंने कहा- विपक्ष में बिखराव नहीं है, सब एकजुट होकर लड़ेंगे। यह भाजपा और आरएसएस के खिलाफ विचारधारा की लड़ाई है। राहुल ने मीडिया पर भी निशाना साधा और कहा- मीडिया को जो फोकस विपक्ष पर देना चाहिए, वो देती नहीं। जो हम बोलते हैं, वो मीडिया मिस कर जाती है। एक और यात्रा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा- यात्रियों ने ईस्ट टू वेस्ट यात्रा के लिए कहा है, लेकिन अभी हमने तय नहीं किया है। तय होते ही बताएंगे।