लंदन। ब्रिटेन के सात दिन के दौरे पर आए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। उन्होंने इससे पहले कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में भाषण दिया था और इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के सदस्यों से बातचीत की थी। उन्होंने इन दोनों जगहों पर जो कुछ कहा था उसे प्रवासी भारतीयों के बीच भी दोहराया। राहुल ने चीन का मुद्दा उठाया और कहा कि भारत में विपक्ष को इस मसले पर बोलने नहीं दिया जाता है। हालांकि कैम्ब्रिज के अपने भाषण में उन्होंने चीन की तारीफ की थी।
बहरहाल, राहुल गांधी ने रविवार को कहा- विपक्ष को संसद में चीनी सैनिकों की भारत में घुसपैठ का मुद्दा उठाने की इजाजत नहीं है। उन्होंने लंदन के हाउंस्लो में रविवार को करीब डेढ़ हजार प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। इससे पहले रविवार को ही उन्होंने इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के इंडिया इनसाइट्स प्रोग्राम में हिस्सा लिया था और कहा था- इंडिया को चीन से सतर्क रहने की जरूरत है। वह बॉर्डर पर बहुत ज्यादा एक्टिव और एग्रेसिव है।
सोमवार को राहुल गांधी ब्रिटिश संसद में भाषण देंगे। वे आईओसी के ब्रिटिश चैप्टर के तहत प्रवासी कार्यक्रम और प्रीमियर थिंक टैंक इवेंट को संबोधित करेंगे और सात मार्च को भारत लौट आएंगे। बहरहाल, रविवार को प्रवासी भारतीयों के बीच राहुल गांधी ने कहा- भारत में सरकार विपक्ष की अवधारणा यानी कॉन्सेप्ट को इजाजत नहीं देती है। यही चीज वहां की संसद में भी होती है। तथ्य यह है कि चीन हमारे इलाके में बैठा हुआ है और जब हम सवाल उठाते हैं तो हमें संसद में इसकी इजाजत नहीं दी जाती है। वास्तव में यह शर्मनाक है।
राहुल ने कहा- हमारा देश और खुले विचारों वाला देश है। एक ऐसा देश जहां हम अपने ज्ञान को गर्व के साथ देखते हैं। एक-दूसरे का हम सम्मान करते हैं। अब यह सब तबाह हो गया है। आप मीडिया में भी इसे देख सकते हैं। इसके बाद ही हमने भारत जोड़ो यात्रा करने की ठानी। उन्होंने कहा- मुझे बड़ा अजीब लगता है। एक भारतीय लीडर कैंब्रिज में अपनी बात कह सकता है। हार्वर्ड में अपनी बात कह सकता है, लेकिन भारतीय यूनिवर्सिटी में वह अपनी बात नहीं रख सकता है।