नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को आएंगे। शनिवार की सुबह राज्य की 224 विधानसभा सीटों के लिए 36 मतदान केंद्रों पर गिनती होगी। चुनाव आयोग ने मतगणना की पूरी तैयारी कर ली है। पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्तों के बीच सुबह आठ बजे से गिनती शुरू होगी और 10 बजे तक नतीजों के रूझान से पता चल जाएगा कि राज्य में किसकी सरकार बनने वाली है। उससे पहले एक्जिट पोल के ज्यादातर अनुमानों में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलने या सबसे बड़ी पार्टी बनने की भविष्यवाणी की गई है।
कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों के लिए 10 मई को मतदान हुआ था। राज्य के 73.19 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले। यह अब तक का सर्वाधिक मतदान है। पिछले चुनाव में 72 फीसदी मतदान हुआ था। इस लिहाज से इस बार एक फीसदी ज्यादा मतदान हुआ है। मतदान के बाद आए एक्जिट पोल के अनुमानों से कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना है। 10 एक्जिट पोल में से चार ने दावा किया है कि कांग्रेस कर्नाटक में सरकार बनाएगी। एक ने भाजपा और पांच ने त्रिशंकु विधानसभा का अनुमान जताया है।
गौरतलब है कि पिछले पांच चुनावों में कर्नाटक में सिर्फ दो बार किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है। दोनों बार पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली पार्टी कांग्रेस ही रही है। उसे 1999 में और फिर 2013 में पूर्ण बहुमत मिला था। उसने 2004 और 2018 में जेडीएस के साथ मिल कर सरकार बनाई थी। तभी इस बार भी त्रिशंकु विधानसभा बनने की स्थिति में कांग्रेस और जेडीएस के बीच तालमेल की संभावना जताई जा रही है। हालांकि कांग्रेस ने ऐसे किसी भी अनुमान को खारिज किया है और कहा है कि वह अपने दम पर सरकार बनाएगी। भाजपा ने भी एक्जिट पोल के अनुमानों को खारिज किया है और बहुमत हासिल करने का दावा किया है।
जेडीएस के नेता इस उम्मीद में हैं कि त्रिशंकु विधानसभा बनने पर उनको एक बार फिर किंग या किंगमेकर बनने का मौका मिल सकता है। कर्नाटक में तीसरे नंबर पर आकर भी जेडीएस ने बार सरकार बनाई है। पार्टी के नेता एचडी कुमारस्वामी दो बार मुख्यमंत्री भी बन चुके हैं। इस बार हालांकि उन्होंने मतदान के बाद माना कि पार्टी ठीक से चुनाव नहीं लड़ पाई है। संसाधन की कमी की वजह से वह अपनी 25 मजबूत सीटों पर ठीक नहीं लड़ पाई। इससे अंदाजा लग रहा है कि पार्टी ज्यादा भरोसे में नहीं है।
बहरहाल, नतीजों से एक दिन पहले जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष सीएम इब्राहिम ने कहा- हमने गठबंधन पर कुछ भी तय नहीं किया है। हम नतीजों का इंतजार करेंगे। इससे पहले पार्टी के एक नेता तनवीर अहमद ने कहा था कि गठबंधन की बात पक्की हो गई है। जेडीएस के साथ गठबंधन की बातचीत की खबरों को खारिज करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने किसी से बात नहीं की है और उसे अपने दम पर सरकार बनाने का भरोसा है। भाजपा ने भी जेडीएस से किसी तरह का संपर्क करने से इनकार किया है।