अंकारा। तुर्किये और सीरिया में सोमवार को तड़के आए भूकंप में अब तक करीब साढ़े 11 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, घायलों की संख्या 40 हजार के करीब हो गई है। दोनों देशों की मदद के लिए भारत सहित 70 से भी ज्यादा देश आगे आए हैं। इस बीच भारत के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि तुर्किये में भूकंप आने के बाद से ही एक भारतीय नागरिक लापता है, जबकि दूरदराज के इलाकों में 10 भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं, लेकिन सुरक्षित हैं।
विदेश मंत्रालय के सचिव पश्चिम संजय वर्मा ने कहा- हमने तुर्की के अदाना में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है। दस भारतीय भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के दूरदराज के हिस्सों में फंसे हुए हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं। एक भारतीय नागरिक जो व्यापारिक यात्रा पर था, भूकंप के बाद से ही लापता है। हम उसके परिवार और कंपनी के संपर्क में हैं। इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्विट किया कि भारत ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत सीरिया को जरूरी चीजें, मेडिकल सप्लाई और उपकरण भेज रहा है। भारत के अलावा अन्य देशों से भी तुर्की और सीरिया को मदद मिल रही है।
सोमवार को तड़के 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसके दो दिन बाद भी राहत व बचाव का अभियान जारी है। इस बीच तुर्किये के कई शहरों में तापमान माइनस दो डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को हाइपोथर्मिया होना का खतरा है। समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि तुर्किये रेड क्रीसेंट के प्रमुख ने चेतावनी दी थी कि तलाश और बचाव टीम के प्रयासों में पहले 72 घंटे महत्वपूर्ण थे, लेकिन गंभीर मौसम की स्थिति की जटिलताओं के कारण इसमें दिक्कतें आईं। ऐसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।