नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के सैन्य संघर्ष और आतंकवादियों के ठिकानों पर भारत की सैन्य कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के बारे में दुनिया के देशों को जानकारी देने के लिए भारत का डेलिगेशन बुधवार, 21 मई को रवाना होगा। कम से कम एक डेलिगेशन बुधवार को रवाना होगा, जिसका नेतृत्व शिव सेना के सांसद श्रीकांत शिंदे कर रहे हैं। शिंदे ने मंगलवार को बताया कि उनका डेलिगेशन बुधवार को संयुक्त अरब अमीरात और दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर रवाना होगा।
इससे पहले मंगलवार को विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने विदेश दौरे पर जाने वाली तीन टीमों को भारत की सैन्य कार्रवाई और उससे जुड़े कूटनीतिक मसलों पर ब्रीफिंग दी। उन्होंने जनता दल यू के संजय झा, शिव सेना के श्रीकांत शिंदे और डीएमके की कनिमोझी के नेतृत्व वाले तीन डेलिगेशन को ब्रीफ किया। मिसरी ने सभी डेलिगेशन के सदस्यों को पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत के एजेंडे और इसकी बारीकियों को समझाया।
बैठक में तृणमूल कांग्रेस की ओर से सांसद अभिषेक बनर्जी शामिल हुए। वे संजय झा के डेलिगेशन में शामिल हैं, जो जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, इंडोनेशिया और सिंगापुर जाएगा। अभिषेक को तृणमूल सांसद यूसुफ पठान की जगह डेलिगेशन में जोड़ा गया है। सरकार की पहले जारी सूची में यूसुफ पठान का नाम था, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी से पूछे बिना पठान को शामिल करने पर नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने ममता से बात की थी और फिर अभिषेक का नाम फाइनल हुआ था।
बहरहाल, मंगलवार की ब्रीफिंग के बाद मंगलवार को शिव सेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा, ‘कल हमारा समूह यूएई और साउथ अफ्रीका रवाना होगा। यह ब्रीफिंग हमारे लिए उपयोगी साबित होगी। हम अन्य देशों को इस बारे में जागरूक करेंगे कि भारत पिछले कई सालों से पाकिस्तान और आतंकवाद के हाथों क्या झेल रहा है’। संजय झा के डेलिगेशन में शामिल कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के बीच अंडरस्टैंडिंग में किसी ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया, कोई मध्यस्थता नहीं हुई, लेकिन जब दुनिया में ऐसी चीजें होती हैं तो अलग अलग लोग संदेश भेजने की कोशिश करते हैं। जो कुछ भी हुआ है, वह सिर्फ दो देशों के बीच हुआ है’।