नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर बुधवार को बिहार भाजपा की एक अहम बैठक दिल्ली में हुई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ भाजपा की कोर कमेटी के नेताओं की बैठक हुई। इसमें सहयोगी पार्टियों के साथ सीट बंटवारे से लेकर चुनावी मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक अमित शाह के आवास पर हुई। इसमें बिहार चुनाव के लिए एक चुनाव अभियान समिति बनाने का फैसला हुआ है। बताया जा रहा है कि बैठक में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर के खिलाफ विपक्ष की यात्रा के असर पर भी बातचीत हुई।
बैठक के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि बिहार में चल रहे विधानसभा कार्यकर्ता सम्मेलन को सफल बनाने का निर्देश केंद्रीय नेतृत्व ने दिया है। साथ ही एक चुनाव अभियान समिति बनाने का फैसला भी किया गया है। बताया जा रहा है कि बुधवार को भाजपा कोर कमेटी की बैठक के बाद जल्दी ही एनडीए के घटक दलों के साथ बैठक होगी।
बुधवार की बैठक को लेकर भाजपा से सहयोगी और राष्ट्रीय लोक मेर्चा के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने बुधवार को कहा, ‘आज अमित शाह के साथ एनडीए की नहीं बल्कि भाजपा की बैठक हो रही है’। सीटों की मांग पर उन्होंने कहा, ‘मेरा जो मन है वो हम अपने मन में रखेंगे’। पिछले दिनों उनको 10 सीटें मिलने की खबर आई थी लेकिन माना जा रहा है कि उनको आठ से कम सीटें मिलेंगी।
इस बीच शाह की बैठक से पहले एक अन्य सहयोगी केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता जीतन राम मांझी ने 20 सीटों की मांग कर दी है। उन्होंने कहा, ‘आम लोगों की मांग भी है और मैं भी कहता हूं कि हमारी पार्टी को मान्यता दिलाने के लिए एनडीए के मन में अगर हमारे लिए सहानुभूति है तो हमें कम से कम 20 सीटें बिहार विधानसभा चुनाव में दें’। वे पिछली बार एनडीए में सात सीटों पर लड़े थे और इस बार 10 सीटें मिलने की चर्चा है।
बहरहाल, बताया जा रहा है कि बिहार भाजपा की कोर कमेटी के नेताओं के साथ अमित शाह की बैठक में विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा हुई। वैसे चुनाव की रणनीति में सबसे अहम सीट बंटवारा है। इस बारे में भी बातचीत हुई है। राहुल गांधी की एसआईआर विरोधी यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को अपशब्द कहे जाने को लेकर बिहार में चार सितंबर को बंद का आह्वान किया गया। इस मुद्दे पर भी बैठक में चर्चा हुई। बैठक में बिहार के प्रभारी विनोद तावड़े, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, संगठन महामंत्री भीखूभाई दलसानिया सहित कई अन्य नेता, केंद्रीय मंत्री व प्रदेश सरकार के मंत्री शामिल हुए।