नई दिल्ली। चीन के नेपाल स्थित दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए चेतावनी जारी की है। चीनी दूतावास ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे भारत और नेपाल की सीमा के पास जाने से बचें। असल में भारत ने पिछले कुछ महीने में अवैध रूप से सीमा पार करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की है, जिसके बाद चीन ने यह निर्देश जारी किया है। के बाद दी गई है। शुक्रवार को जारी एक बयान में चीनी दूतावास ने कहा कि बार बार चेतावनी के बावजूद कुछ चीनी यात्री बॉर्डर इलाके में जा रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें भारत में अवैध एंट्री के आरोप में हिरासत में लिया जा रहा है।
दूतावास ने बताया कि नेपाल और भारत के नागरिक अपने पहचान पत्र के साथ दोनों देशों की सीमा में आ जा सकते सकते हैं, लेकिन यह नियम विदेशी नागरिकों पर लागू नहीं होता। विदेशियों को नेपाल के रास्ते भारत में एंट्री के लिए वीजा जरूरी है। दूतावास ने कहा कि जान बूझकर या अनजाने में अवैध तरीके से भारत में बॉर्डर पार करने पर गिरफ्तारी या मुकदमा हो सकता है। इसके लिए दो से आठ साल जेल या जुर्माना हो सकता है।
इससे पहले गुरुवार को बिहार में दो चीनी नागरिकों को भारत और नेपाल बॉर्डर पर वीडियो बनाने और सेल्फी लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया था कि उनके पास कानूनी दस्तावेज नहीं थे। इससे पहले मई महीने की शुरुआत में, चार चीनी नागरिकों को बिहार के रक्सौल में नेपाल बॉर्डर के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश करने पर हिरासत में लिया गया था। इनके पास भी भारत में एंट्री के लिए जरूरी दस्तावेज नहीं थे।