nayaindia Manohar Lal Not Able To Implement His Own Announcement Kumari Selja मनोहर लाल अपनी ही घोषणाओं को नहीं कर पा रहे लागू: कुमारी सैलजा

मनोहर लाल अपनी ही घोषणाओं को नहीं कर पा रहे लागू: कुमारी सैलजा

Kumari Selja :- पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने शनिवार को कहा कि चुनावी वर्ष में मुख्यमंत्री मनोहर लाल दिखा रहे है कि उन्होंने प्रदेश में बहुत काम किया है जबकि वह अपनी ही घोषणाओं पर अमल तक नहीं करवा पा रहे हैं। कुमारी सैलजा ने यहां कहा कि राज्य में कोई भी काम समय पर नहीं हो रहा, इन हालात में प्रदेश में केवल और केवल भ्रष्टाचार ही बढ़ रहा है जिसने सरकारी खजाने को खाली करके रख दिया है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अवकाश पर भेजना कोई सजा नहीं अगर अधिकारी ने लापरवाही है तो उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिये, पर इस सरकार के कार्यकाल में ब्यूरोक्रेसी पूरी तरह से हावी है जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा है कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार हर क्षेत्र में विफल रही है, उसकी हर नीति से जनता परेशान रही है, अब चुनाव का समय समीप आने पर अब दिखावा कर रहे हैं कि उन्होंने प्रदेश में बहुत काम किया है, जबकि धरातल पर कुछ भी नहीं है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपनी घोषणाओं को भी अमलीजामा तक नहीं पहना पाये हैं।

पिछले दो साल में उन्होंने 1770 घोषणायें की जिनमें से मात्र 262 ही पूरी हुई हैं, 355 ऐसी घोषणायें हैं जिन पर काम ही शुरू नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में एक से बढक़र एक बड़ा घोटाला हुआ, सरकार ने हर बार कहा कि जांच करवाकर दोषी पर कार्रवाई करेंगे पर कोई जांच शुरू नहीं हुई अगर जांच होती तो अपनो के ही हाथ काले मिलते। विधानसभा सत्र में सरकार ने माना ही भ्रष्टाचार के 721 मामले सामने आये हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भ्रष्टाचार को लेकर हंगामा रहा, फरीदाबाद नगर निगम को 200 करोड़ का, गुरूग्राम नगर निगम का 180 करोड़ का भिवानी नगर परिषद में 03 करोड़ 83 लाख रुपये का, अंबाला नगर निगम में 05 करोड़ रुपये का और यहीं पर स्टेडियम निर्माण में 86 करोड़ का, पंचकूला नगर निगम में करोडों रुपये के घोटाले का मुद्दा उठा पर सरकार खुद को बचाने में लगी रही। उन्होंने कहा कि इन घोटालों की जांच करवाकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिये। (वार्ता)

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें