मुंबई। हिंदी फिल्म जगत के सबसे शानदार अभिनेताओं में से एक और संभवतः सबसे ज्यादा प्यार किए जाने वाले बेहतरीन इंसान ‘ही मैन’ धर्मेंद्र का निधन हो गया। वे 89 साल के थे। मंगलवार को दोपहर एक बजे के करीब उनका निधन हुआ और दो से तीन घंटे में ही बिना किसी बड़े तामझाम के विले पार्ले श्मशान में उनका अंतिम संस्कार हो गया। उनके बड़े बेटे सन्नी देओल ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस मौके पर अमिताभ बच्चन, संजय दत्त, आमिर खान, शाहरूख खान, सलमान खान सहित फिल्म उद्योग के तमाम दिग्गज मौजूद थे।
धर्मेंद्र के निधन के साथ ही हिंदी सिनेमा में रोमांस, कॉमेडी और एक्शन फिल्मों के एक युग का अंत हो गया। उनको 1960 में पहली फिल्म मिली थी और उसके बाद लगातार 60 साल तक वे फिल्मों में सक्रिय रहे। महान अभिनेता धर्मेंद्र को ही मैन और गरम धरम के नाम से जाना जाता है। यह टाइटल उनको बाद की एक्शन फिल्मों के कारण मिला लेकिन धर्मेंद्र ने अपना बेहतरीन अभिनय एक्शन फिल्मों से बहुत पहले किया था। ‘फूल और पत्थर’, ‘अनुपमा’, ‘हकीकत’, ‘सत्यकाम’ जैसी फिल्मों ने उनके करियर को शिखर पर पहुंचाया।
सत्तर के दशक में आई ‘शोले’ में वीरू के किरदार ने उनको आम लोगों के दिलोदिमाग में हमेशा के लिए अमर कर दिया। अमिताभ बच्चन के साथ उनकी ‘जय-वीरू’ की जोड़ी हमेशा के लिए अमर है। धर्मेंद्र ने विजेता फिल्म्स नाम से अपनी कंपनी बनाई, जिसके बैनर तले उन्होंने अपने बेटे सनी देओल को ‘बेताब’ फिल्म से लॉन्च किया। उनका जन्म पंजाब में हुआ था। उनके अंतिम संस्कार के समय उनकी दूसरी पत्नी हेमामालिनी और उनकी दोनों बेटियां भी मौजूद थीं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित राजनीति, उद्योग व फिल्म जगत की तमाम हस्तियों ने धर्मेंद्र के निधन पर शोक जताया।
फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र कुछ समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। 10 नवंबर को उन्हें सांस लेने में दिक्कत आई थी, जिसके बाद उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती किया गया। इस दौरान उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। उस समय उनके निधन की झूठी खबर भी मीडिया में आई थी। इसके दो दिन बाद 12 नवंबर को धर्मेंद्र को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था और डॉक्टरों ने घर पर ही उनके आगे के इलाज की बात कही थी।


