नई दिल्ली। बिहार विधानसभा के पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन शुरू होने के दो दिन बाद तक सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए में सीटों का बंटवारा तय नहीं हो सका है। करीब 72 घंटे की माथापच्ची के बाद भाजपा और जनता दल यू के नेताओं ने लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान के साथ सीटों का बंटवारा फाइनल किया तो हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेंद्र कुशवाहा नाराज हो गए। बताया जा रहा है कि मांझी को सात और कुशवाहा को छह सीट दी जा रही थी, जिससे वे नाराज हुए।
कुशवाहा और मांझी को मनाने के लिए दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दोनों के साथ बैठक की। कुशवाहा के साथ नड्डा की बैठक डेढ़ घंटे चली। इससे पहले कुशवाहा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘इधर उधर की खबरों पर मत जाइए। वार्ता अभी पूरी नहीं हुई है। इंतजार कीजिए…’! खबर है कि सीटों की संख्या से ज़्यादा कुशवाहा अपनी पसंद की सीटें चाहते हैं। वे अपने भरोसेमंद साथी जितेंद्र नाथ के लिए शेखपुरा सीट चाहते हैं। वहां से जितेंद्र नाथ के बेटे राहुल कुमार काफ़ी पहले से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
बहरहाल, शनिवार को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर पार्टी के कोर ग्रुप की बैठक हुई, जिसमें सीट शेयरिंग और उम्मीदवारों को लेकर चर्चा की गई। इस बैठक में अमित शाह भी मौजूद थे। इस मीटिंग के बाद पहले जीतन राम मांझी और फिर उपेंद्र कुशवाहा जेपी नड्डा से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। शनिवार को दिन में मांझी इतने नाराज हो गए थे कि इस्तीफा देने की बात करने लगे थे। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक रविवार को होगी, जिसके बाद उसके उम्मीदवारों की घोषणा होगी।
शनिवार को दिल्ली में लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास की संसदीय बोर्ड की बैठक हुई। इसमें चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ सीट बंटवारे और संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा की। बताया जा रहा है कि चिराग पासवान को 26 से 29 सीटें मिलने की संभावना है। पहले उनको 22 से 24 सीट मिलने की चर्चा थी। उनको ज्यादा सीट मिलने से ही मांझी नाराज हुए। बहरहाल, ताजा फॉर्मूला यह है कि जनता दल यू 101, भाजपा 100, लोजपा रामविलास 28, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा आठ और राष्ट्रीय लोक मोर्चा छह सीटों पर चुनाव लड़ेगा। इसमें एकाध सीटें ऊपर नीचे हो सकती हैं।