नई दिल्ली। भारत ने पहली बार स्वीकार किया है कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने भी अपने लड़ाकू विमान खोए यानी पाकिस्तान के हमले में हमारे भी लड़ाकू विमानों का नुकसान हुआ। भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में एक विदेशी मीडिया से बातचीत में यह बात कही है। उन्होंने कहा है कि कोई भी युद्ध बिना नुकसान के नहीं होता है। जनरल चौहान ने कहा कि भारत का नुकसान हुआ लेकिन तुरंत भारत ने अपनी रणनीति बदली और पाकिस्तान की सीमा में अंदर तक जाकर आतंकवाद के ठिकानों को नष्ट किया। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के परमाणु युद्ध की ओर बढ़ने की बातों को भी खारिज किया।
सीडीएस अनिल चौहान की बातों से यह जाहिर हुआ कि भारत के लड़ाकू विमानों का नुकसान ऑपरेशन सिंदूर शुरू होते ही यानी छह और सात की दरम्यानी रात को ही हुआ। शांगरी ला डायलॉग्स में हिस्सा लेने सिंगापुर गए जनरल अनिल चौहान ने ब्लूमबर्ग की महिला पत्रकार के साथ बातचीत में माना कि भारत के विमान भी गिरे। हालांकि उन्होंने संख्या बताने की बजाय कहा कि, ‘असली मुद्दा यह नहीं है कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि वे क्यों गिरे’?
ब्लूमबर्ग ने पाकिस्तान के साथ संघर्ष में भारतीय लड़ाकू विमानों के गिरने के बारे में पूछा तो जनरल चौहान का जवाब था, ‘असली मुद्दा यह नहीं है कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि वे क्यों गिरे और हमने उनसे क्या सीखा? भारत ने अपनी गलतियों को पहचाना, उन्हें जल्दी सुधारा और फिर दो दिन के भीतर दुश्मन के ठिकानों को लंबी दूरी से निशाना बनाकर एक बार फिर प्रभावी तरीके से जवाब दिया’।
पाकिस्तान ने सात मई को दावा किया था कि उसने भारत के पांच विमान मार गिराए हैं। इस बारे में पूछे जाने पर अनिल चौहान ने कहा, ‘बिल्कुल गलत है। गिनती मायने नहीं रखती, बल्कि यह मायने रखता है कि हमने क्या सीखा और कैसे सुधार किया’। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने भारत और पाकिस्तान के परमाणु युद्ध की ओर बढ़ने की खबरों का खंडन किया और कहा कि इस संघर्ष में कभी भी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की नौबत नहीं आई, जो कि एक राहत की बात है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने संयम और समझदारी से काम लिए इसलिए किसी भी मुकाम पर परमाणु युद्ध का खतरा नहीं दिखा।
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान और सीजफायर के बाद भी सेना की ओर से हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह सवाल कई बार पूछा गया था कि क्या भारत का राफेल विमान भी पाकिस्तानी हमले में गिरा है। इसके जवाब में कहा गया कि समय आने पर इसकी जानकारी दी जाएगी और साथ ही यह गारंटी दी गई कि सभी पायलट सुरक्षित हैं। बहरहाल, जनरल अनिल चौहान ने शांगरी ला डायलॉग कार्यक्रम में ‘भविष्य के युद्ध’ विषय पर अपनी बात रखी। पाकिस्तान के साथ संबंधों को लेकर उन्होंने कहा, ‘अब भारत बिना किसी रणनीति के कोई काम नहीं करता है। पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक संबंध कायम रखने का दौर खत्म हो चुका है’।