नई दिल्ली। बुधवार की सुबह दुनिया के कई देशों में भूकंप के भारी झटके लगे और कई देशों में सुनामी की ऊंची लहरें उठीं। भूकंप का केंद्र रूस के पूर्वी प्रायद्वीप कामकचटका में था, जहां इसकी तीव्रता 8.8 मापी गई। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक यह दुनिया का छठा सबसे बड़ा भूकंप था। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 8.8 थी। यह भारतीय समया के अनुसार बुधवार सुबह करीब पांच बजे आया।
भूकंप के बाद रूस के कामचटका में पांच मीटर तक ऊंची सुनामी की लहरें उठीं। इसकी वजह से कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक भूकंप का केंद्र जमीन से 19 किलोमीटर की गहराई में था। कामचटका के गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव ने वीडियो पोस्ट कर कहा कि आज का भूकंप दशकों में सबसे शक्तिशाली था। उन्होंने कहा कि एक किंडरगार्टन स्कूल को नुकसान पहुंचा है।
रूस में आए भूकंप की वजह से जापान के पूर्वी तट के पास एक फुट ऊंची सुनामी लहरें उठीं। इसके बाद जापान ने राजधानी टोक्यो में 20 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा। इसके अलावा अपने फुकुशिमा परमाणु रिएक्टर को जापान ने खाली करा लिया है। हालांकि बाद में पूरे देश में जारी सुनामी के अलर्ट को जापान ने वापस ले लिया। बहरहाल, सुनामी की लहरें अमेरिका के अलास्का और हवाई द्वीप तक पहुंच गई हैं। उधर चिली की सरकार ने रूस में आए भूकंप के बाद ईस्टर आइलैंड के लिए सुनामी चेतावनी जारी की है। अधिकारियों ने आइलैंड के लोगों से तुरंत सुरक्षित जगह पर जाने की अपील की है।


