नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर की चीन यात्रा के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चीन जाएंगे। वे शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने के लिए चीन जाएंगे। चीन दौरे में उनकी राष्ट्रपति शी जिनफिंग से मुलाकात भी हो सकती है। प्रधानमंत्री का दो दिन का दौरा 31 अगस्त और एक सितंबर का होगा। इससे पहले राजनाथ सिंह एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने गए थे और जयशंकर एससीओ के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में शामिल हुए।
जून 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों की झड़प के बाद प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली चीन यात्रा होगी। मोदी इससे पहले 2018 में वहां गए थे। प्रधानमंत्री के तौर पर पीएम मोदी का यह छठा चीन दौरा होगा, जो 70 साल में किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की सबसे ज्यादा चीन यात्रा है। गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए भी मोदी ने चीन यात्रा का रिकॉर्ड बनाया था। ध्यान रहे चीन ने इस साल मई में पाकिस्तान के खिलाफ हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को सैन्य और तकनीकी मदद मुहैया कराई थी। उसके बाद से चीन के बहिष्कार की बातें चल रही थीं।
बहरहाल, चीन यात्रा से पहले प्रधानमंत्री मोदी 30 अगस्त को जापान जाएंगे। यहां वे भारत और जापान शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। जापान से प्रधानमंत्री दो दिन की चीन यात्रा पर जाएंगे। जापान के बाद चीन जाने का एक कूटनीतिक मैसेज है। ध्यान रहे चीन की विस्तारवादी नीति के खिलाफ बने संगठन क्वाड में जापान शामिल है। बहरहाल, पिछले महीने विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन का दौरा किया था, जहां उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनफिंग और विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि उनकी इस यात्रा में ही प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा की रूपरेखा बनी थी।