नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुए विस्फोट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी, एनआईए को सौंप दी गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एनआईए को इस मामले की जांच जल्दी पूरी करने और रिपोर्ट देने को कहा है। इस बीच विस्फोट के दूसरे दिन मंगलवार को गृह मंत्रालय में कई अहम बैठकें हुईं, जिसमें विस्फोट और उसके बाद के घटनाक्रम की समीक्षा की गई। गौरतलब है कि लाल किला मेट्रो स्टेशन की पार्किंग के पास सोमवार शाम 6.52 बजे एक बड़ा विस्फोट हुआ था। इसमें नौ लोगों की मौत हो चुकी है।
विस्फोट में मरने वालों में दो महिलाएं भी हैं। मंगलवार की देर शाम तक बताया गया कि दो शवों की पहचान हो पाई है और बाकी की पहचान डीएनए टेस्ट से होगी। इस बीच खबर है कि मंगलवार शाम तक विस्फोट वाली जगह से फोरेंसिक टीम ने 40 से ज्यादा सबूत जुटाए हैं। खबरों के मुताबिक दिल्ली पुलिस की शुरुआती जांच में दावा किया गया है कि धमाके से पहले तीन घंटे तक कार में सवार डॉ. मोहम्मद उमर नबी मेट्रो की पार्किंग में बैठा रहा था। पार्किंग में लगे सीसीटीवी कैमरा से इसका खुलासा हुआ है।
इस बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विस्फोट ब्लास्ट में जान गंवाने वालों के परिवारों को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया। विस्फोट में जो लोग पूरी तरह से दिव्यांग हुए हैं, उन्हें पांच लाख की मदद मिलेगी। गंभीर घायलों को दो लाख दिए जाएंगे। घायलों के इलाज का पूरा खर्चा दिल्ली सरकार उठाएगी।
बहरहाल, दिल्ली पुलिस ने बताया था कि आई20 कार में बैठे व्यक्ति का नाम डॉ. मोहम्मद उमर नबी है। वह पुलवामा का रहने वाला है। कहा जा रहा है कि उसने विस्फोट में खुद को उड़ा लिया। उसके DNA टेस्ट के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस ने पुलवामा में उसके माता, पिता और दो भाइयों को हिरासत में लिया गया है। पुलवामा से ही उमर के दोस्त डॉ. सज्जाद को भी हिरासत में लिया गया। इधर हरियाणा के फरीदाबाद से एक महिला डॉ. शाहीन शाहिद की गिरफ्तारी हुई है। शाहीन भारत में जैश ए मोहम्मद की महिला विंग ‘जमात उल मोमीनात’ की हेड थी। पाकिस्तान में आतंकी अजहर मसूद की बहन सादिया इसी की प्रमुख है।


