नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के नेता अरुण जेटली ने उनको किसान कानूनों के विरोध को लेकर धमकी दी थी। हालांकि राहुल ने कहा कि जेटली अब दुनिया में नहीं हैं इसलिए कहना नहीं चाहिए लेकिन वे कहेंगे। इसके बाद उन्होंने कहा कि तीन विवादित कृषि कानूनों पर सरकार का विरोध करने पर पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली ने उनको धमकाया था। हालांकि तीनों कृषि कानून आने से एक साल पहले ही जेटली का निधन हो गया था। बाद में कांग्रेस की ओर से सफाई दी गई है कि राहुल भूमि अधिग्रहण कानून की बात कर रहे थे।
बहरहाल, राहुल ने कहा, ‘मुझे याद है कि जब में किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ लड़ रहा था, तो अरूण जेटली को मुझे धमकाने के लिए भेजा गया था’। उन्होंने कहा, ‘जेटली ने मुझ से कहा था कि तुम सरकार के खिलाफ विरोध करना जारी रखोगे और किसान कानूनों के खिलाफ लड़ोगे तो तुम्हारे खिलाफ कार्रवाई की जाएगी’। राहुल ने कहा, ‘इसके बाद मैने जेटली की तरफ देखा और कहा कि आपको कोई भी आइडिया नहीं है कि आप किससे बात कर रहे हैं’।
राहुल के बयान पर अरूण जेटली के बेटे रोहन जेटली ने कहा, ‘राहुल गांधी कह रहे हैं कि मेरे पिता ने उन्हें किसान कानूनों पर धमकाया। लेकिन सच्चाई ये है कि मेरे पिता का निधन 2019 में हुआ था और कानून 2020 में लाए गए थे’। रोहन जेटली ने कहा, ‘ऐसे लोग जो अब हमारे बीच नहीं हैं, उनके बारे में बोलते वक्त सोच समझकर बोलना चाहिए। राहुल गांधी ने पहले भी मनोहर पर्रिकर जी के अंतिम दिनों पर भी राजनीति की थी, जो बहुत ही गलत था।‘ बाद में भाजपा के सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘मैं राहुल गांधी को याद दिलाना चाहता हूं कि अरुण जेटली जी का निधन 24 अगस्त 2019 को हुआ था, जबकि कृषि कानून 17 सितंबर 2020 को लोकसभा और 20 सितंबर 2020 को राज्यसभा में पास हुए थे। जब ये बिल संसद में लाए गए, तब तक अरुण जेटली जी का निधन हो चुका था’।