नई दिल्ली। पिछले साल बांग्लादेश में हुई तख्तापलट के बाद से भारत में रह रहीं बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने वापस लौटने का संकल्प जताया है। उन्होंने कहा है, ‘अल्लाह ने मुझे किसी मकसद से जिंदा रखा है। मैं वापस लौटूंगी। वो दिन जरूर आएगा जब अवामी लीग के नेताओं को निशाना बनाने वालों को इंसाफ के कटघरे में लाया जाएगा’। पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग की अध्यक्ष हसीना ने सोशल मीडिया पर अपने पार्टी नेताओं के परिवार वालों से बात करते हुए यह बात कही।
हसीना ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के बारे कहा कि वो ऐसा शख्स है, जिसे लोगों से कभी मोहब्बत नहीं थी। यूनुस ने गरीबों को छोटे छोटे कर्ज ऊंची ब्याज दरों पर दिए और इस पैसे से कई देशों में ऐशोआराम की जिंदगी जी। हसीना ने कहा, ‘उस वक्त हम यूनुस की चालाकी नहीं समझ पाए, इसलिए उसकी मदद करते रहे। लेकिन इससे लोगों को कोई फायदा नहीं हुआ, सिर्फ वह अमीर होता गया। बाद में उसमें सत्ता की भूख पैदा हो गई, जो आज बांग्लादेश को जला रही है’।
शेख हसीना ने कहा कि पहले बांग्लादेश को विकास के मॉडल के तौर पर देखा जाता था, लेकिन अब ये आतंकवादी देश बन गया है। उन्होंने कहा, ‘हमारे नेता और कार्यकर्ताओं को जिस तरीके से मारा जा रहा है, उसे बताया भी नहीं जा सकता है। अवामी लीग, पुलिस, वकील, पत्रकार, कलाकार सभी को मारा जा रहा है’। हसीना ने कहा कि अब तो इस देश में मीडिया को भी काम नहीं करने दिया जा रहा है। शेख हसीना ने आगे कहा, ‘मैंने अपने पिता, मां, भाई सभी को एक ही दिन में खो दिया। और फिर हमें देश लौटने भी नहीं दिया गया। मैं जानती हूं अपनों को खोने का दर्द क्या होता है। अल्लाह हमेशा मेरी हिफाजत करता आया है, शायद वह मुझसे कुछ अच्छा करवाना चाहता है। जिन्होंने ये जघन्य अपराध किए हैं, उन्हें सजा जरूर मिलनी चाहिए। यही मेरा वादा है’।