लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। लखनऊ में आयोजित पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में मायावती ने आकाश को देश के 26 राज्यों का एक साथ प्रभार सौंप दिया। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड का काम खुद मायावती संभालेंगी। माना जा रहा है कि अगले साल के लोकसभा चुनाव के बाद वे इन दोनों राज्यों का जिम्मा भी आकाश को सौंप देंगी। गौरतलब है कि आकाश आनंद मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं और अभी पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर हैं।
रविवार को करीब डेढ़ घंटे चली मीटिंग के बाद मायावती ने आकाश को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाने का ऐलान किया। मीटिंग में पार्टी के 28 राज्यों के पदाधिकारी मौजूद थे। आकाश को सार्वजनिक तौर पर मायावती के साथ पहली बार 2017 में सहारनपुर में पार्टी के एक कार्यक्रम में देखा गया था। उसके बाद से वे राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। अभी वे 27 साल के हैं। आकाश ने लंदन से एमबीए की पढ़ाई की है। आकाश की शादी बसपा के पूर्व राज्यसभा सदस्य अशोक सिद्धार्थ की बेटी डॉ. प्रज्ञा से इसी साल मार्च में हुई थी। अशोक सिद्धार्थ को मायावती के भरोसेमंद नेताओं में गिना जाता है।
आकाश को ऐसे समय में मायावती ने राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाया है, जब उनकी पार्टी बेहद बुरे दौर से गुजर रही है। उत्तर प्रदेश में जहां बसपा की कई बार सरकार रही वहां उसका सिर्फ एक विधायक है। आकाश के सामने सबसे बड़ी चुनौती अगले साल के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी को तैयार करने की है। मायावती ने 2024 का चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा कर रखी है। लेकिन यह अंतिम फैसला नहीं है। गौरतलब है कि बसपा पिछले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ मिल कर लड़ी थी तो उसे 10 सीटें मिली थीं। इसलिए मायावती और आकाश के सामने गठबंधन का फैसला और फिर टिकटों का बंटवारा बड़ी चुनौती का काम होगा। आकाश भले उत्तर प्रदेश का काम नहीं संभाल रहे हैं लेकिन मायावती के उत्तराधिकारी के नाते उन्हें उत्तर प्रदेश में भी सक्रिय होकर काम करना होगा।