Telangana Assembly Election :- तेलंगाना विधानसभा चुनाव में गुरुवार को सुबह 11 बजे तक 20 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी विकास राज के मुताबिक, पहले चार घंटों में 20.64 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले। कुछ स्थानों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़कर सभी 119 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण ढंह से चल रहा है। जिलों में कई मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें देखी गईं, जबकि हैदराबाद और अन्य शहरी क्षेत्रों में कई मतदान केंद्रों पर मतदान धीमा रहा। सुबह की ठंड के बावजूद, सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने पर मतदाता वोट डालने के लिए कतार में खड़े थे। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में तकनीकी खराबी के कारण कुछ बूथों पर मतदान में देरी हुई लेकिन अधिकारियों ने तुरंत स्थिति को संभाल लिया और मशीन बदल दिए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) विकास राज, जो हैदराबाद में शुरुआती मतदाताओं में से थे, ने कहा कि मतदान सुचारू और शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव, केंद्रीय मंत्री और राज्य भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी, बीआरएस नेता के. कविता, पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान और जुबली हिल्स से कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद अज़हरुद्दीन, एमआईएम अध्यक्ष और हैदराबाद असदुद्दीन ओवैसी, मुख्य सचिव शांति कुमारी और पुलिस महानिदेशक अंजनी कुमार उन प्रमुख हस्तियों में शामिल थे जिन्होंने हैदराबाद में वोट डाला। राज्य कांग्रेस प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी ने विकाराबाद जिले के कोडंगल निर्वाचन क्षेत्र में अपना वोट डाला। अधिकारियों ने राज्य भर में 27,094 मतदान केंद्रों पर वेब कास्टिंग की व्यवस्था की है। मतदान शाम पांच बजे समाप्त हो जायेगा। हालांकि, माओवादी प्रभाव वाले जिलों के 13 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान शाम 4 बजे ही समाप्त हो जाएगा। चुनाव अधिकारियों ने कुल 72,931 मतपत्र इकाइयों या ईवीएम की व्यवस्था की है।
उनमें से 59,779 को मतदान केंद्रों पर तैनात किया जाएगा जबकि शेष को प्रतिस्थापन के लिए रिजर्व में रखा जाएगा। सत्ता के लिए बीआरएस और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला है। जहां बीआरएस लगातार तीसरी बार सत्ता में आने का लक्ष्य बना रही है, वहीं कांग्रेस को उस राज्य में पहली सरकार बनाने का भरोसा है। बीआरएस सभी 119 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस ने एक सीट अपनी सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के लिए छोड़ी है। भाजपा मैदान में तीसरी प्रमुख प्रतियोगी है और यह सत्ता विरोधी वोटों में कटौती कर नतीजे पर असर डाल सकती है। भाजपा ने 111 निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं और शेष आठ को अभिनेता-राजनेता पवन कल्याण के नेतृत्व वाली अपनी सहयोगी जन सेना पार्टी (जेएसपी) के लिए छोड़ दिया है। (आईएएनएस)