नई दिल्ली। दुनिया में जंग का एक और मोर्चा खुल गया है। गुरुवार को थाईलैंड और कंबोडिया में जंग छिड़ गई। गुरुवार की सुबह थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर गोलाबारी हुई। कंबोडियाई सैनिकों की गोलीबारी में 12 थाई नागरिकों की मौत हुई है, जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस गोलीबारी के जवाब में थाईलैंड ने कंबोडिया के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए। इसके बाद दोनों देशों ने एक दूसरे पर पहले हमला करने का आरोप लगाया।
कंबोडिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि थाई सैनिकों ने सुबह गोलीबारी की, जबकि थाई सेना ने कहा कि कंबोडिया ने पहले ड्रोन से हमला किया और फिर तोप और लंबी दूरी के रॉकेटों से हमला किया। कंबोडियाई हमले को देखते हुए थाईलैंड ने सीमा पर एफ 16 लड़ाकू विमान तैनात किया है। गौरतलब है कि इस साल मई में दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़प हुई थी, जिसमें एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई थी।
बहरहाल, गुरुवार के हमले के बाद थाईलैंड ने सीमा से लगे अनेक गांवों से हजारों नागरिकों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया है। साथ ही कंबोडिया में रहने वाले थाई लोगों से अपने देश लौटने की अपील की गई है। कंबोडिया की राजधानी नोम पेन्ह स्थित रॉयल थाईलैंड दूतावास ने कहा कि सीमा पर स्थिति बिगड़ती जा रही है और झड़पों के लंबे समय तक जारी रहने की संभावना के कारण, दूतावास ने अपने नागरिकों से जितनी जल्दी हो सके कंबोडिया छोड़ने को कहा है। उधर कंबोडिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक बुलाने का अनुरोध किया है।