नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने से ठीक पहले पार्टी के दो सांसदों ने स्वेच्छा से राजनीति से अलग होने और लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया। मशहूर क्रिकेटर और पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने पहले पार्टी अध्यक्ष को अपनी इच्छा बताई तो उसके बाद झारखंड में हजारीबाग के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने चिट्ठी लिख कर सक्रिय राजनीति से अलग होने का ऐलान किया। Lok Sabha Election
शुक्रवार की सुबह पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को संबोधित करते हुए सोशल मीडिया पर राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त करने की बात कही। इसके बाद दोपहर में हजारीबाग से सांसद जयंत सिन्हा ने भी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया कि उन्हें राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया जाए। इसी साल फरवरी में जयंत सिन्हा को सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार दिया गया था। जयंत सिन्हा के पिता यशवंत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे थे।
सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- मेरा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से निवेदन है कि मुझे चुनावी दायित्वों से मुक्त करें। मैं ग्लोबल क्लाइमेट चेंज से जुड़े भारत और दुनिया में चल रहे काम पर फोकस करना चाहता हूं। मैं पार्टी के इकोनॉमिक और गवर्नेंस से जुड़े काम करता रहूंगा। उन्होंने लिखा- बीते 10 साल में मुझे देश और हजारीबाग के लोगों के लिए काम करने का मौका मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने जो मौके दिए, उसके लिए आभारी हूं। Lok Sabha Election
इससे पहले गौतम गंभीर ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को टैग करके सोशल मीडिया में लिखा कि अब वे क्रिकेट से जुड़ी अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करना चाहते हैं। गंभीर ने देश सेवा का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का आभार भी जताया। Lok Sabha Election
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