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भाजपा के मुख्यमंत्री तय नहीं हुए

नई दिल्ली। कांग्रेस ने तेलंगाना का मुख्यमंत्री तय कर दिया है लेकिन हिंदी पट्टी के तीन राज्यों में जीती भाजपा दूसरे दिन भी मुख्यमंत्री तय नहीं कर पाई। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को यानी नरेंद्र मोदी और अमित शाह को नाम तय करना है। उसके बाद विधायक दल की बैठक में उस नाम पर मुहर लगेगी। इस बीच तीनों राज्यों में दावेदारों की भागदौड़ तेज हो गई है। राजस्थान में वसुंधरा राजे ने शक्ति प्रदर्शन किया है तो छत्तीसगढ़ को लेकर चर्चा है कि वहां आदिवासी मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। शिवराज सिंह चौहान नतीजों के बाद भी मध्य प्रदेश में डेरा डाले हुए हैं।

सीएम पद को लेकर सबसे जबरदस्त राजनीति राजस्थान में हो रही है। जयपुर में सोमवार और मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से 30 विधायकों ने मुलाकात की है। दूसरी ओर प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी से 15 विधायक मिल चुके हैं। इनमें से छह विधायक ऐसे हैं, जो वसुंधरा और जोशी दोनों के पास गए थे। इस बीच मंगलवार को वसुंधरा के समर्थक कालीचरण सराफ ने दावा किया कि वसुंधरा के घर 70 विधायक गए थे। प्रदेश के प्रभारी महासचिव अरुण सिंह और प्रदेश अध्यक्ष जोशी पार्टी दफ्तर में विधायकों से मिलते रहे। अरुण सिंह ने कहा- संसदीय बोर्ड जो फैसला लेगा, वो ही सभी को मान्य होगा।

उधर छत्तीसगढ़ में आदिवासी या महिला आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह के साथ साथ विष्णुदेव साय और रामविचार नेताम के नाम की चर्चा हो रही है। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह भी दावेदार हैं। इस बीच दुर्ग के सांसद विजय बघेल को भी दिल्ली बुलाया गया है। उन्होंने अपने चाचा भूपेश बघेल के खिलाफ पाटन सीट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि वे हार गए थे। बताया जा रहा है कि एक दो दिन में विधायक दल की बैठक होगी।

मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद के ज्यादातर दावेदार दिल्ली पहुंच गए हैँ। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर दिल्ली में हैं और पार्टी के नेताओं से मिल रहे हैं। प्रहलाद पटेल ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस भी की। पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी सीएम पद के दावेदार हैं। मुख्यमंत्री पद को लेकर भोपाल से लेकर दिल्ली तक हलचल है लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में डटे हैं। उन्होंने मंगलवार को कहा- मैं मुख्यमंत्री पद का दावेदार न तो पहले कभी रहा और न आज हूं। एक कार्यकर्ता होने के नाते बीजेपी मुझे जो भी काम देगी, समर्पित भाव से अपनी क्षमता के अनुसार करता रहूंगा। उन्होंने कहा- मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा। कल छिंदवाड़ा जाऊंगा। लोकसभा की तैयारी में जुटना है। इस बार छिंदवाड़ा सीट भी भाजपा को ही मिलेगी।

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By NI Desk

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