नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दिलीप घोष को और हिमाचल की मंडी सीट से भाजपा की उम्मीदवार कंगना रनौत पर टिप्पणी के लिए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत को कारण बताओ नोटिस भेजा है।
आयोग ने बुधवार को कहा कि दोनों नेताओं की टिप्पणियां अशोभनीय और गंदी थीं। चुनाव आयोग ने यह भी कहा है कि दोनों टिप्पणियां आदर्श आचार संहिता और चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों को गरिमा बनाए रखने की सलाह का उल्लंघन थीं। दोनों को 29 मार्च की शाम तक नोटिस का जवाब देने को कहा गया है।
गौरतलब है कि भाजपा सांसद दिलीप घोष ने ममता बनर्जी के माता-पिता को लेकर बेहद अभद्र टिप्पणी की थी। तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को उनका एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया था। इसमें घोष ने कहा था- ममता जब गोवा जाती हैं तो खुद को गोवा की बेटी कहती हैं। त्रिपुरा में खुद को वहां की बेटी बताती हैं। वे तय करें कि उनके पिता कौन है। किसी की भी बेटी बन जाना अच्छा नहीं है।
ममता पर घोष की इस टिप्पणी के बाद भाजपा ने भी दिलीप घोष को नोटिस भेजकर सफाई मांगी। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोष को चिट्ठी लिखकर कहा- आपकी टिप्पणी अशोभनीय, असंसदीय और हमारी पार्टी की परंपरा के खिलाफ है। हम ऐसी टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हैं।
पार्टी की फटकार के बाद घोष ने अपने बयान को लेकर माफी मांग ली। उन्होंने कहा- बंगाल की मुख्यमंत्री से मेरा कोई निजी विवाद नहीं है। मेरी भाषा और शब्दों के प्रयोग पर कई लोगों को आपत्ति है। मेरी पार्टी के साथ-साथ अन्य लोगों ने भी इसे असंसदीय बताया। अगर ऐसा है तो मुझे इसका दुख है।
दूसरी ओर, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने 25 मार्च को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कंगना की एक तस्वीर पोस्ट की थी। इसके कैप्शन में लिखा था- क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा। हालांकि कंगना पर लिखे इस पोस्ट को लेकर आलोचना के बाद सुप्रिया श्रीनेत ने सफाई दी थी।
उन्होंने 25 मार्च को ही एक्स पर कहा कि ये पोस्ट उन्होंने नहीं किया था। सुप्रिया ने लिखा- कई लोगों के पास मेरे फेसबुक और इंस्टा अकाउंट का एक्सेस है। इसमें से किसी व्यक्ति ने आज एक बेहद घृणित और आपत्तिजनक पोस्ट किया था। मुझे जैसे ही इसकी जानकारी हुई, मैंने वह पोस्ट हटा दिया।