नई दिल्ली। इजराइल ने तय किया है कि वह ईरान के हमले का जवाब देगा। रविवार को इजराइल में हुई वॉर कैबिनेट की दूसरी बैठक में इस बारे में फैसला किया गया। इस बीच नई दिल्ली में तैनात इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि इजराइल अपने हिसाब से जवाब देगा। उन्होंने सोमवार को कहा- ईरान किसी भुलावे में न रहे, हम तय करेंगे कि कब और कहां जवाब देना है। गिलोन ने कहा कि यह तनाव को बहुत ज्यादा बढ़ा देने वाला मामला है और इसका जवाब दिए बिना नहीं रहा जा सकता है।
हमले के दूसरे दिन ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ ने बताया है कि वॉर कैबिनेट की बैठक में जवाब देना का फैसला हुआ लेकिन यह फैसला नहीं हो सका कि कब और कैसे जवाब देना है। इस बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान में मौजूद 17 भारतीयों की रिहाई के लिए ईरानी विदेश मंत्री से बात की। जयशंकर ने कहा है कि दोनों देशों को शांति और कूटनीति के जरिए मसले का हल निकालना चाहिए। गौरतलब है कि शनिवार को ईरान ने एक इजराइली कंपनी के एक जहाज पर कब्जा कर लिया था। यह मालवाहक जहाज भारत आ रहा था और इस पर चालक दल के सदस्य के तौर पर 17 भारतीय भारतीय सवार थे।
गौरतलब है कि ईरान की सेना ने रविवार को सुबह भारतीय समय के अनुसार तीन बजे इजराइल पर करीब तीन सौ से ज्यादा ड्रोन्स और मिसाइल से हमला किया था। हालांकि ज्यादातर ड्रोन्स और मिसाइल को पहले ही मार गिराया गया। हमले में सिर्फ इजराइल के नेवातिम एयरफोर्स बेस को कुछ नुकसान पहुंचा। असल में एक अप्रैल को इजराइल ने सीरिया में ईरानी दूतावास के पास हवाई हमला किया था। इसमें ईरान के दो शीर्ष सैन्य कमांडर सहित 13 लोग मारे गए थे। इसका बदला लेने के लिए ईरान ने इजराइल पर हमला किया। इस बीच ‘यरुशलम पोस्ट’ ने बताया है कि सऊदी ने स्वीकार किया है कि उसने ईरान के हमले से जुड़ी खुफिया जानकारी इजराइल से शेयर की थी। सऊदी फैमिली की रॉयल वेबसाइट ने एक पोस्ट में इस बारे में जानकारी दी है।