नई दिल्ली/भोपाल। चार महीने पहले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ कांग्रेस के मुकाबले का नेतृत्व करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में जा सकते हैं। कमलनाथ और उनके सांसद बेटे नकुलनाथ दोनों दिल्ली पहुंच गए हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा में शामिल होने से पहले की औपचारिकताओं के लिए वे दिल्ली पहुंचे हैं और भाजपा के आला नेताओं से मुलाकात का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि भोपाल में कांग्रेस के नेता खुद को तसल्ली देने के अंदाज में कह रहे हैं कि कमलनाथ ऐसा नहीं करेंगे।
शनिवार को दिल्ली पहुंचने पर कमलनाथ ने भाजपा में जाने के मीडिया के सवालों पर इनकार नहीं किया। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा- आप सभी उत्साहित क्यों हो रहे हैं? ऐसा कुछ होता है तो मैं आप सभी को सूचित करूंगा। इस बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ दोनों का भाजपा में जाना लगभग तय ही है। वर्मा ने साथ ही कहा कि अगर कमलनाथ भाजपा में जाते हैं तो वे भी भाजपा में शामिल होंगे।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि कमलनाथ के भाजपा में जाने की उम्मीद ही नहीं करनी चाहिए। कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भरोसा जताते हुए कहा है- कमलनाथ, सिंधिया की तरह नहीं हैं। कमलनाथ विचारधारा से कांग्रेसी हैं, वे पद प्रतिष्ठा के लिए कभी भी अपना मत नहीं बदलते हैं। उन्हें जीवन में सभी पद मिले हैं। वे जा सकते हैं ये सोचना भी मैं सही नहीं मानता हूं।
जीतू पटवारी ने कहा- ये खबरें निराधार हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा- क्या आप सपने में भी सोच सकते हैं कि इंदिरा जी का तीसरा बेटा कांग्रेस छोड़ सकता है। जिनके नेतृत्व में दो महीने पहले हमने चुनाव लड़ा। जिन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता अपना सब कुछ न्योछावर करता रहा, क्या वो कांग्रेस को छोड़कर जा सकते हैं। गौरतलब है कि संजय गांधी से नजदीकी की वजह से कमलनाथ को इंदिरा गांधी का तीसरा बेटा कहा जाता था।