नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 अब समापन की ओर बढ़ रहा है। शनिवार को सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 58 सीटों पर मतदान होगा। उसके बाद सिर्फ एक चरण का मतदान बचेगा, जो एक जून को संपन्न होगा और चार जून को वोटों की गिनती होगी। छठे चरण में धर्मेंद्र प्रधान सहित तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ साथ कई बड़े नेताओं की किस्मत दांव पर लगी है। शनिवार को छठे चरण में राजधानी दिल्ली की सभी सात सीटों पर और दिल्ली से सटे हरियाणा की सभी 10 सीटों पर वोट डाले जाएंगे।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की अनंतनाग राजौरी सीट पर भी शनिवार को मतदान होगा। पहले वहां तीसरे चरण में वोटिंग होनी थी लेकिन मौसम खराब होने की वजह से उसे टाल दिया गया था। छठे चरण में उत्तर प्रदेश की 14 और बिहार व पश्चिम बंगाल की आठ-आठ सीटों पर मतदान होगा। ओडिशा की छह और झारखंड की चार सीटों पर भी शनिवार को वोट डाले जाएंगे। इसके साथ ही ओडिशा की 42 विधानसभा सीटों पर भी मतदान होगा।
शनिवार को जिन 58 सीटों पर मतदान होना है उनमें से पिछली बार सबसे ज्यादा 40 सीटें भाजपा ने जीती थीं। बीजू जनता दल और बसपा ने चार-चार और जनता दल यू व तृणमूल कांग्रेस ने तीन-तीन सीट जीती थी। समाजवादी पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी और आजसू को एक एक सीट मिली थी। कांग्रेस के इनमें से एक भी सीट नहीं मिल पाई थी। इस बार कांग्रेस खाता खुलने की उम्मीद कर रही है।
बहरहाल, छठे चरण में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, कृष्णपाल गुर्जर और राव इंद्रजीत सिंह चुनाव मैदान में हैं। तीन पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, मनोहर लाल खट्टर और जगदंबिका पाल की सीट पर भी इसी चरण में मतदान होना है। इनके अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, उद्योगपति नवीन जिंदल, अभिनेता राज बब्बर सहित कई बड़े नेताओं की सीटों पर भी शनिवार को मतदान होगा।
छठे चरण में कुल 889 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें 797 पुरुष और 92 महिला उम्मीदवार हैं। 543 लोकसभा सीटों में पांचवे चरण तक 429 सीटों पर मतदान हो गया है। 25 मई के छठे चरण के मतदान के साथ ही कुल 487 सीटों पर मतदान पूरा हो जाएगा। आखिरी और सातवें चरण में 56 सीटों पर मतदान होगा। पिछले चुनाव में छठे चरण की 58 सीटों पर कुल 64.22 फीसदी फीसदी वोट पड़े थे। सबसे ज्यादा 84.59 फीसदी मतदान पश्चिम बंगाल में हुआ था। सबसे कम 8.98 फीसदी मतदान जम्मू कश्मीर में दर्ज किया गया था।